सूरत केवराछा में एक बार फिर पाटीदार भड़क उठे। भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पाटीदारों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और नेताओं को हिरासत में ले लिया। बदले में पाटीदारों ने बसें फूंक डालीं।
दरअसल मंगलवार शाम को सूरत के सौराष्ट्र भवन में गुजरात बीजेपी युवा मोर्चा का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें हार्दिक पटेल के नेतृत्व वाली पाटीदार अनामत आंदोलन समिति से जुड़े कुछ लोगों ने वहां पर जमकर हंगामा शुरू कर दिया।
पहले तो भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के सूरत कार्यक्रम के खिलाफ पाटीदार युवाओं ने प्रदर्शन किया फिर दो बसों में आग लगा दी। पुलिस प्रशासन मामले पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज भी किया और कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। हालांकि अब पूरे क्षेत्र में स्थिति नियंत्रण में है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह कार्यक्रम भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया था। बीजेपी पूरे राज्य में इस तरह की बैठकें आयोजित कर रही है। यह घटनाक्रम ठीक 9 बजे से शुरू हुआ और 12 बजे आगजनी हो गई।
इसके बाद पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने एक ट्वीट कर कहा कि सूरत में पाटीदार युवाओं को तुरंत छोड़ा जाए, वर्ना क्रांति का रास्ता अपनाया जाएगा। हार्दिक पटेल ने देर रात जारी एक विज्ञप्ति में इस बात का दावा किया कि उनके संगठन ने पुलिस से शहर के पाटीदार बहुल इलाकों में किसी भी कार्यक्रम की इजाजत नहीं देने के लिए कहा था। उन्होंने इस बात का भी दावा किया कि प्रदर्शन शांतिपूर्वक था लेकिन पुलिस ने बेवजह लाठी चार्ज किया।