अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनंत कुमार हेगड़े एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में आ गए हैं। महात्मा गांधी के उपवास और सत्याग्रह को ‘ड्रामा’ करार देने के अपने बयान पर भाजपा सांसद चौतरफा घिरते नजर आ रहे हैं। विपक्ष के हमलों के बीच अब उनकी पार्टी ही पूरी तरह से बैकफुट पर आ गई है और आलाकमान ने अनंत हेगड़े से अपने बयान के लिए तुरंत माफी मांगने को कहा है।

खबरों के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक से भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने बेंगलुरू के एक कार्यक्रम में दावा किया कि आजादी की पूरी लड़ाई अंग्रेजों की सहमति और सहयोग से लड़ी गई थी और महात्मा गांधी के नेतृत्व वाला स्वतंत्रता आंदोलन एक ‘नाटक’ था। भाजपा नेता ने कहा कि पता नहीं लोग कैसे ‘इस तरह के लोगों को’ भारत में ‘महात्मा’ कहते हैं।
उनके बयान से आलाकमान नाराज है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने गांधी को लेकर दिए उनके बयान पर नाराजगी जताई है। सूत्रों के मुताबिक, शीर्ष नेतृत्व ने अनंत कुमार हेगड़े से अपने बयान के लिए बिना शर्त माफी मांगने को कहा है।
BJP Sources: Party's top leadership is unhappy with Anant Hegde's statement on Gandhiji, he has been asked to issue an unconditional apology pic.twitter.com/PYXj4sEqmG
— ANI (@ANI) February 3, 2020
वहीं, कांग्रेस ने महात्मा गांधी के बारे में भाजपा नेता अनंत हेगड़े के कथित बयान को लेकर सोमवार को उन पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘अंग्रेजों के चमचों और जासूसों’ के कार्यकर्ताओं से राष्ट्रपिता को प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है। पार्टी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने ट्वीट कर कहा, ‘महात्मा गांधी को अंग्रेजों के चमचों और जासूसों के कैडर से प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है।’ उन्होंने यह भी दावा किया कि इस समय भाजपा को ‘नाथूराम गोडसे पार्टी’ कहा जाना चाहिए।