देश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी घातक कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है, राज्य में रोजाना हजारों मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच, उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक 52 वर्षीय ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) ने कोरोना वायरस पॉजिटिव निकलने के बाद कथित रूप से खुदकुशी कर ली है।
पुलिस के अनुसार, 26 जुलाई को बुखार और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद परिवार के लोग पीड़ित सुरेश चंद्र वर्मा को उसर्ला हॉर्समैन अस्पताल ले गए थे। अगले दिन, उनकी कोरोना जांच की गई। परिवार ने कहा, 1 अगस्त को, उनके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें घर में क्वारंटीन में रहने के लिए कहा।
कोतवाली इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्रा ने कहा कि बीईओ को रविवार को अपने कमरे में पंखे से फांसी पर लटका पाया गया। हालांकि, कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और आगे की जांच चल रही है। पुलिस ने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों को संदेह है कि बीमारी के कारण उन्होंने आत्महत्या की है।
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में घातक कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्य के कई नेता कोरोना की चपेट में आ चुके है। वहीं, उत्तर प्रदेश की तकनीकी शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण का लखनऊ स्थित संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में कोरोना वायरस से रविवार को निधन हो गया। यह प्रदेश में कोरोना वायरस से किसी मंत्री की मौत का पहला मामला है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य नेताओं ने कमल रानी के निधन पर शोक प्रकट किया। अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के दो-तीन दिन पहले कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले प्रदेश सरकार के कई मंत्री कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए हैं। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)