भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल के अचानक इस्तीफा देने के एक दिन बाद नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने मंगलवार (11 दिसंबर) को कहा कि केंद्रीय बैंक की संस्थागत क्षमताएं ‘बहुत मजबूत’ हैं और बाजार एवं अर्थव्यवस्था के लिए जो जरूरी होगा, वह आरबीआई करेगा। उन्होंने कहा कि आरबीआई के गवर्नर के तौर पर पिछले दो साल में उर्जित पटेल ने बहुत अच्छा काम किया। केंद्रीय बैंक का कामकाज किसी एक व्यक्ति पर निर्भर पर नहीं है।

समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने नई दिल्ली में ‘भारतीय समावेशी वित्त शिखर सम्मेलन’ में अलग से पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘आरबीआई की संस्थागत क्षमताएं बहुत मजबूत हैं और बाजार एवं अर्थव्यवस्था के लिए जो जरूरी होगा, वह करेगा।’ उन्होंने कहा, ‘वास्तव में आरबीआई लंबे समय से दृढ़ खड़ा एक ऐसा पेशेवर संस्थान है कि इसका कामकाज चलता रहेगा।’
राजीव कुमार ने आश्वस्त किया कि कामकाज को सुचारू बनाए रखने के लिए जो जरूरी होगा सरकार वह करेगी। उन्होंने कहा, ‘पटेल ने पिछले दो साल में बेहद अच्छा काम किया है। लेकिन आरबीआई किसी एक व्यक्ति पर निर्भर नहीं है।’
पटेल के इस्तीफे के बाद रुपये के लुढ़कने के संबंध में कुमार ने कहा, ‘सरकार भी इस मुद्दे से वाकिफ है और मूझे विश्वास है कि वह इसका हरसंभव समाधान करेगी।’ शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया मंगलवार को 110 पैसे टूटकर 72.42 के स्तर पर चल रहा था।
कार्यक्रम में प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कुमार ने कहा कि वित्तीय समावेशन से आशय रोजगार, रोजगार निर्माण और वृद्धि से होना चाहिए। उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र में बेहतर ऋण सुविधाएं देने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि उनके हिसाब से देश में वित्तीय समावेशन बढ़ाने का सबसे मजबूत तरीका मोबाइल बैंकिंग हो सकता है।
बता दें कि सोमवार को मोदी सरकार को उस समय तगड़ा झटका लगा जब समय से पहले ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर उर्जीत पटेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, पटेल ने अपने इस्तीफे के पीछे निजी कारणों का हवाला दिया था। गौरतलब है कि पिछले लंबे समय से आरबीआई और केन्द्र सरकार के बीच तनातनी की खबरे सामने आ रही थीं।