‘न्यूयार्क टाइम्स’ ने अपने संपादकीय में आदित्यनाथ योगी को मुख्यमंत्री बनाए जाने की आलोचना की तो केंद्र सरकार ने तीखे तेवर दिखाते हुए अखबार की ‘समझ’ पर सवाल उठा दिया है।
आदित्यनाथ योगी को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) में छपे संपादकीय पर सरकार ने सवाल उठाया है। संपादकीय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की UP के मुख्यमंत्री के तौर पर योगी की पसंद की आलोचना की गई है।
आपको बता दे कि जिस दिन योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी उसी दिन के अपने फेसबुक लाइव में जनता का रिपोर्टर के प्रधान संपादक रिफत जावेद ने इसी मुद्दे पर सबसे पहले बताया था कि योगी आदित्य नाथ को मुख्यमंत्री बनाए जाने का फैसला मोदी सरकार के खोखले एजेंडे को उजागर करता है। नीचे दिए गए वीडियो पर इस विषय पर पूरी पड़ताल देखें।
इस आलोचना के जवाब में सरकार ने तीखे तेवर दिखाते हुए अखबार की ‘समझ’ पर सवाल उठाया है। उसका कहना है कि इस तरह का संपादकीय लिखना और छापना अखबार की बुद्धिमत्ता पर संदेह पैदा करता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि सभी संपादकीय और वैचारिक लेख व्यक्तिपरक होते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स में छपा संपादकीय खासतौर से ऐसा ही है। देश या दुनिया में कहीं भी लोकतांत्रिक प्रणाली और उसके जनादेश पर शक करने की समझ अपने आप में संदेहास्पद है।
गौरतलब है कि न्यूयॉर्क टाइम्स में ‘हिंदू कट्टरवादियों के लिए मोदी का खतरनाक प्रेम’ शीर्षक से छापे गए संपादकीय में PM मोदी की काफी आलोचना की गई है। इमसें लिखा गया है 2014 में PM बनने के बाद से ही मोदी आर्थिक वृद्धि और विकास के धर्मनिरपेक्ष लक्ष्यों को प्रोत्साहित करने की आड़ में कपटपूर्ण ढंग से अपनी पार्टी में शामिल कट्टर हिंदुत्वावादियों का तुष्टीकरण कर रहे हैं।
पीटीआई की खबर के अनुसार, संपादकीय में योगी के नाम का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि हाल ही में PM मोदी की पार्टी ने फायरब्रैंड हिंदू धर्मगुरु आदित्यनथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री नियुक्त किया। पार्टी का यह कदम वहां के अल्पसंख्यकों के लिए काफी चौंकाने वाला है।