बनारस हिंदू विश्विविद्यालय में लड़कियों पर हुई हिंसा का सारा आरोप वीसी गिरीश चंद्र त्रिपाठी पर लगा। विश्विविद्यालय अपनी इस बदनामी के दाग को अब नये वीसी को लाकर बदलना चाहता है। शनिवार को दशहरे वाले दिन विश्विविद्यालय की वेबसाइट पर वीसी के लिए विज्ञापन भी डाल दिया गया है।
इसके अलावा आपको बता दे कि विवादित वीसी गिरीश चंद्र त्रिपाठी का कार्यकाल दो महीने बाद 27 नवंबर को खत्म हो रहा है। ऐसे में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) ने जीसी त्रिपाठी का कार्यकाल न बढ़ाते हुए नए वीसी के लिए विज्ञापन के आदेश दिए हैं।
इस विज्ञापन के अनुसार नए उपकुलपति में अच्छी लीडरशिप, गुण, प्रशासनिक क्षमताएं और अनुसंधान प्रत्यय पत्र होना अनिवार्य है। आवेदनकर्ता की उम्र 67 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए और उसका अपने पिछले 10 साल के प्रोफेसर के कार्यकाल में बेहतरीन शैक्षणिक रिकोर्ड होना चाहिए।
आपको बता दे कि BHU में छेड़खानी और छात्राओं पर हुए लाठी चार्ज की घटना के बाद BHU के कुलपति गिरिश चन्द्र त्रिपाठी ने छात्रावास की छात्राओं से मुलाकात की थी और उनकी समस्याएं सुनीं थी। उसी समय किसी ने छात्राओं से बातचीत का एक वीडियो बना लिया गया जिसे सोशल मीडिया पर दिखाया गया था।
BHU के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी से छात्राओं की बातचीत का यह वीडियो वायरल हो गया था। इसी कड़ी में BHU के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी के खिलाफ वाणारसी के स्थानीय लोगों व छात्राओं ने विरोध का एक और नया तरीका निकाला है। फेस्टिव सीजन के दौरान लगने वाले दुर्गा पूजा के पंडालों में BHU के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी को महिषासुर राक्षस बनाकर दिखाया गया है।
आपको बता दे कि जब वीसी ने छात्राओं से बातचीत की थी तो यह जताने की कोशिश की कि उन लाठीचार्ज हुआ ही नहीं। जबकि इससे पहले लड़कियों से हुई अभ्रदता और प्रर्दशन के वीडियो सोशल मीडिया पर देखें जा सकते थे।
बातचीत के दौरान वीसी गिरिश चन्द्र त्रिपाठी ने बेहद शर्मनाक बयान देते हुए लड़कियों को लताड़ लगाई थी कि तुमने धर्म का पालन नहीं किया और एक लड़की की अस्मिता को लेकर बाजार में चली गई। उनके इस बयान से उस विचारधारा का सहज ही पता चल जाता है जिसका वो पालन करते दिख रहे थे। लड़कियों के प्रति वीसी गिरिश चन्द्र त्रिपाठी की इस तरह की मानसिकता रखना बेहद चितांजनक है।