जासूसी मामले में नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पत्नी ने तोड़ी चुप्पी

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बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी इन दिनों मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नवाजुद्दीन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी पत्नी की जासूसी के लिए कथित तौर पर निजी जासूस की मदद ली थी और उनके कॉल रिकॉर्ड्स निकलवाए थे। हालांकि पत्नी की जासूसी करवाने के आरोपों से घिरे सिद्दीकी ने ऐसे सवालों को बेवजह और शर्मनाक बताया है।अब इस मामले में खुद अभिनेता की पत्नी आलिया अंजलि सिद्दीकी सामने आईं हैं और उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी है। आलिया ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर एक लंबा पोस्ट कर इन आरोपों को खारिज कर दिया है। आलिया ने कहा कि ऐसी खबरों से नवाज के साथ-साथ वह भी काफी हैरान हैं। अपनी फेसबुक पोस्ट में उन्होंने यह भी लिखा है कि मजबूर होकर उन्हें अपनी खामोशी तोड़नी पड़ रही है।

दरअसल, पिछले दो दिनों से मीडिया में रिपोर्टें चल रही हैं कि मुंबई पुलिस ने कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) घोटाला मामले में जांच के सिलसिले में नवाजुद्दीन सिद्दीकी, उनकी पत्नी और एक वकील को समन जारी किया है। लेकिन आलिया ने नवाजुद्दीन के साथ अपनी तस्वीर और एक लंबा पोस्ट लिखकर इन आरोपों का खंडन करते हुए अपनी पति का समर्थन किया है।

क्या लिखा है आलिया ने?

आलिया ने अपने पोस्ट में लिखा है, “कल से मीडिया में जो न्यूज चल रही हैं उसे देखकर नवाज के साथ मैं खुद हैरान हूं। पिछले कुछ समय से मेरे और नवाज के बारे में कई बातें मीडिया में आती रही हैं फिर वो चाहें वो तलाक को लेकर हो या हमारे साथ ना रहने जैसी बात। लेकिन कल जो न्यूज सरकुलेट हुई वो हम दोनों के लिए बहुत शॉकिंग वाली रही और मजबूर होकर मुझे आज अपनी खामोशी को तोड़ना पड़ा। पिछले दिनों उनकी बायोग्राफी को लेकर भी उनकी काफी आलोचना हुई थी। नवाज का दोष सिर्फ इतना था कि वो सच को बोलते हैं। उनके अंदर कहीं कोई झूठ नहीं। लेकिन बजाए उन्हें समझने के उनको गलत ठहरा दिया गया।”

उन्होंने आगे लिखा है, “मेरा और नवाज का रिश्ता 15 साल पुराना है जब नवाज कुछ भी नहीं थे। एक छोटे से घर से शुरू हुई हमारी प्रेम कहानी में कई उतार चढ़ाव आए। एक लंबे रिलेशन के बाद आखिर हमने शादी कर ली। नवाज ने भी बुलंदियों को छू लिया। जो थोड़ी बहुत कमी थी वो हमारे बच्चे शॉरा और यानी के जन्म ने पूरा कर दी। मुझे नवाज की जो बात हमेशा से अच्छा लगती है वो है उनके खुले विचारों का होना। और इसका सबसे बड़ा उदाहरण है हम दोनों का धर्म।”

नवाज के साथ रिश्तों को लेकर आलिया आगे लिखती हैं, “मैं एक हिंदू परिवार से हूं और नवाज मुस्लिम, लेकिन नवाज ने कभी भी मुझे मेरे अलग धर्म से होने का एहसास नहीं होने दिया। ना ही अपने धर्म को मुझ पर थोपने की कोशिश की। वो जितना अपने धर्म को मानते हैं वही रिस्पेक्ट वो मेरे धर्म को भी देते हैं। ये हमारे बीच मजबूत रिश्ते की बुनियाद है। इसी बात ने उन्हें अच्छा पति और पति होने के साथ-साथ एक बहतरीन इंसान बनाया है।”

उन्होंने आखिरी में लिखा है, “शायद इसलिए सेलिब्रेटी होने के बाद भी उनपर किसी तरह का कोई स्टारडम हावी नहीं हो पाया। आज भी उनके वही पुराने दोस्त हैं, वही छोटे-छोटे शौक हैं। वही सिंपल सी उनकी लाइफ है। नवाज आज भी वही नवाज हैं। रही बात सीडीआर से जुड़े इस नए विवाद की तो सच्चाई जल्द सबके सामने आ जाएगी बस मै यहां इतना ही कहूंगी कि नवाज पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से झूठे और बेबुनियाद हैं। सेलिब्रिटी होने के कारण उन्हें सॉफ्ट टारगेट बनाया गया है।”

इससे पहले मामला सुर्खियों में आने के बाद नवाजुद्दीन ने भी ट्विटर पर पोस्ट कर मीडिया पर नाराजगी जताया था।अभिनेता ने लिखा है कि, ‘पिछली शाम मैं अपनी बेटी को उसका स्कूल प्रोजेक्ट हाइड्रोइलेक्ट्रिक पॉवर जेनरेटर बनाने में मदद कर रहा था। प्रोजेक्ट एग्जिबिशन के लिए आज सुबह स्कूल गया। मुझे हैरानी है कि मीडिया ने मुझसे कुछ बेकार के आरोपों को लेकर सवाल पूछे। यह घृणित है।’

क्या है मामला?

दरअसल, समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक ठाणे पुलिस ने शुक्रवार (9 मार्च) को कहा कि कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) घोटाला मामले में जांच के सिलसिले में उन्होंने अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी, उनकी पत्नी और एक वकील को समन जारी किया है। इस मामले का खुलासा जनवरी में हुआ था।

पुलिस उपायुक्त (अपराध) अभिषेक त्रिमुखी ने पत्रकारों को बताया कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से कुछ ने पुलिस को बताया था कि एक वकील ने निजी जासूसों से अभिनेता की पत्नी के कॉल डिटेल रिकॉर्ड प्राप्त किए थे, जिसके बाद तीनों को समन जारी किया गया।

त्रिमुखी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए तीन आरोपी प्रसाद पालेकर, अजिंक्य नागरगोजे और जिगर मखवाना ने पुलिस को बताया कि एक वकील ने निजी जासूसों से नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पत्नी की सीडीआर हासिल की थी। इसलिए इसकी पुष्टि करने के लिए हमने उन्हें बुलाया है।

गत 24 जनवरी को इस सीडीआर रैकेट का तब पता चला था, जब एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जिले के कलवाक्षेत्र से चार निजी जासूसों को पकड़ा था। बाद में रजनी पंडित नामक महिला जासूस को भी गिरफ्तार कर लिया गया। तब से अब तक इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

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