नजीब जंग जिनके इस्तीफे ने सबको आश्र्चर्य में डाल दिया। एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि उन्होंने दो बार पहले भी पद छोड़ने के लिए कहा था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद पर बने रहने को कहा। लेकिन जंग ने इस बार जोर देकर कहा कि वह निजी कारणों से इस्तीफा देना चाहते हैं।
जंग ने कहा “इसके पीछे कोई राजनीति नहीं है। यह निर्णय मैंने पहले ले लिया था ” इस्तीफे के पीछ दबाव के कयासों की बातों को नजीब जंग ने खारिज किया।
उन्होंने कहा,”मैं अपनी 95 साल की मां को वक्त देना चाहता हूं। अपने बच्चे, पोता, पोती के साथ वक्त बिताना चाहता हूं”
वहीं आज नजीब जंग के इस्तीफे के एक दिन बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजभवन में उनसे मुलाकात की. केजरीवाल सुबह तकरीबन 8 बजे उप राज्यपाल के सरकारी आवास पर पहुंचे और करीब एक घंटे तक उनकी मुलाकात चली. जंग के इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा, उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया.
जंग का अचानक इस्तीफा देना राजनीतिक गलियारों में लोगों को चौंका गया क्योंकि कुछ दिनों पहले ही उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र लिखा था कि वह क्रिसमस के दौरान छुट्टी पर गोवा जा रहे हैं.
आप सरकार और जंग के बीच टकराव कई बार न्यायपालिका के दरवाजे तक पहुंचा और ऐसे में इस अटकल को बल मिला कि उनके इस्तीफे का संबंध दिल्ली में निर्वाचित सरकार की शक्तियों को लेकर अगले महीने आने वाले उच्चतम न्यायालय के संभावित फैसले से जुड़ा हो सकता है.
जंग ने कई बार केजरीवाल सरकार के फैसले को पलट दिया और सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में टिप्पणी की थी कि निर्वाचित सरकार के पास कुछ शक्तियां होनी चाहिए. पूर्व आईएएस अधिकारी नजीब जंग ने जुलाई, 2013 में उप राज्यपाल का पदभार संभाला था.