उत्तर प्रदेश में साल 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगों का आरोपी कुटबा गांव में अपने घर में मृत पाया गया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रहीं है।
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने शनिवार (10 नवंबर) को बताया कि राम दास उर्फ काला (30) के शरीर पर गोली लगने के निशान थे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, मामले की छानबीन की जा रही है।पुलिस को अभी पता नहीं चला है कि दास ने आत्महत्या की या उसकी हत्या की गई।
इस बीच, साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील गांव में तथा उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साल 2013 में हुए दंगों में गांव में आठ लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए एहतियाती कदम के तौर पर अतिरिक्त पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। मुजफ्फरनगर तथा आसपास के इलाकों में अगस्त तथा सितंबर 2013 में हुए साम्प्रदायिक दंगों में 60 लोग मारे गए थे जबकि 40,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए थे।
स्थानिय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रामदास उर्फ काला पर कई बार हमले भी हो चुके थे। हालांकि हर बार वह हमलों से बच निकलता रहा। ग्रामीणों के अनुसार लगातार हुए हमलों के बाद से रामदास ने अकेले गांव से बाहर निकलना तक बंद कर दिया था। रामदास उर्फ काला के मामले में पीड़ित परिजनों द्वारा शनिवार देर रात तक किसी तरह की तहरीर नहीं दी गई। उधर, रामदास की हत्या के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा है तथा ग्रामीण भी चुप्पी साधे हुए हैं।