फर्जी टेलीविन रेटिंग प्वाइंट्स (टीआरपी) मामले में मुंबई पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रविवार को रिपब्लिक टीवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) विकास खानचंदानी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
बता दें कि, मुंबई पुलिस ने इस मामले में 6 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की थी और हंसा रिसर्च के अधिकारी नितिन देवकर की शिकायत के बाद जांच शुरू की थी। मुंबई पुलिस ने कथित टीआरपी घोटाले में नवबंर में यहां की एक अदालत में आरोप-पत्र दाखिल किया था। पुलिस की अपराध आसूचना इकाई (सीआईयू) कथित टेलीविजन रेटिंग पॉइंट (टीआरपी) घोटाले की जांच कर रही है।
Mumbai Police arrest Republic TV CEO Vikas Khanchandani in alleged TRP manipulation case. #Maharashtra
— ANI (@ANI) December 13, 2020
बता दें कि, इस केस में उनसे कई बार पूछताछ की जा चुकी है। रिपब्लिक टीवी के वितरण प्रमुख घनश्याम सिंह को भी इससे पहले कथित फर्जी टीआरपी (टेलीविजन रेटिंग प्वांट) मामले में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले चैनल के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को भी मुंबई पुलिस ने एक पुराने केस में गिरफ्तार किया था। हालांकि, बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई थी।
फर्जी TRP केस में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने अब तक 12 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। इस केस में फख्त मराठी चैनल और बॉक्स सिनेमा के मालिक पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। मुंबई पुलिस ने बीते दिनों टीआरपी घोटाले का दावा किया था। मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस फर्जीवाड़े की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि इसमें रिपब्लिक टीवी समेत कुछ चैनल्स शामिल हैं।
यह कथित फर्जी टीआरपी घोटाला तब सामने आया जब रेटिंग एजेंसी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) ने हंसा रिसर्च ग्रुप के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई कि कुछ चैनल विज्ञापनदाताओं को आकर्षित करने के लिए टीआरपी अंक के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। आरोपी है कि दर्शक संबंधी आंकड़े के संग्रहण के लिए जिन परिवारों में मीटर लगाये गये थे और उनमें से कुछ को कुछ खास चैनल देखने के लिए रिश्वत दी जाती थी।