कर्नाटक के सिरसी से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद व केंद्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने ने एक कार्यक्रम में टीपू सुल्तान का जिक्र कर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर जमकर हमला बोला। एक सभा को संबोधित कर रहें मोदी सरकार के मंत्री हेगड़े ने कर्नाटक को बांग्लादेशियों का गढ़ बताया।
न्यूज एजेंसी ANI की ख़बर के मुताबिक, हेगड़े शुक्रवार(17 नवंबर) को एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे, जहां उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया के पास कित्तूर चेन्नम्मा (कित्तूर की रानी) के लिए कार्यक्रम करने का वक्त नहीं था क्योंकि वह टीपू सुल्तान की जयंती मनाने में व्यस्त थे।
हेगड़े इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि वह दिन दूर नहीं जब सिद्धारमैया संसद पर हमले के दोषी आतंकी ‘अजमल कसाब’ की जयंती भी मनाना शुरू कर देंगे। कर्नाटक के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाते हुए हेगड़े ने कहा कि राज्य क्रिमिनलों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन गया है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ बेंगलुरु में 9 लाख बांग्लादेशी रह रहे हैं और बेलगाम, बीजापुर, हुबली, धरवाड और कित्तूर में भी बंग्लादेशी हैं। हेगड़े ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से कहा कि अपने पैरों के नीचे चेक कर लीजिए कहीं आपकी कुर्सियों के नीचे बम तो नहीं है।
Karnataka has become a safe haven for criminals, there 9 lakh Bangladeshis in Bangalore, you'll find immigrants in Belgaum, Bijapur, Hubli, Dharwad & even in Kittur you'll find them. Check under your legs, bombs could have been planted: Anantkumar Hegde pic.twitter.com/WFvBEux0iO
— ANI (@ANI) November 18, 2017
बता दें कि इस साल जब 10 नवंबर को कर्नाटक की कांग्रेस सरकार टीपू जयंती मना रही थी तो उन्होंने राज्य सरकार से कहा कि उन्हें इस कार्यक्रम के लिए न्यौता नहीं दिया जाए। इस कार्यक्रम में ना आने के लिए सीएम सिद्धारमैया ने अनंत कुमार हेगड़े की निंदा की थी।
राज्य सरकार द्वारा मनाये गये टीपू जयंती कार्यक्रम में जाने से इनकार करने वाले अनंत कुमार हेगड़े इससे पहले तब विवादों में आए थे जब उन्होंने टीपू सुल्तान को बलात्कारी व हत्यारा करार देते हुए किया था।
बता दें कि, हेगड़े के इस बयान के बाद काफी सियासी घमासान भी मचा था। वहीं बीजेपी सांसद शोभा करनदलजे ने भी टीपू जंयती का विरोध करते हुए कहा था कि, ‘टीपू कन्नड़ और हिंदू विरोधी था, सभी कन्नड़ टीपू जयंती समारोह का विरोध कर रहे हैं।’