बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर प्रहार करते हुए कहा कि मोदी ‘फकीर’ नहीं बल्कि ‘बहुत बडे मालदार’ हैं। धन्नासेठों को संरक्षण देने वाला फकीर कैसे हो सकता है?
मायावती ने दावा किया कि नोट बंदी की वजह से हो रही दिक्कतों से अब तक 100 लोगों की जान जा चुकी है, लेकिन किसी को भी केंद्र सरकार ने कोई मदद नहीं पहुंचाई।
मायावती ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मोदी दरअसल गरीबों के लिए नहीं, बल्कि इस बात पर अपना दिमाग दौड़ा रहे हैं कि धनसेठों को फायदा कैसे पहुंचाया जाए। नोटबंदी का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है। देश के व्यापक जनहित के लिए इस श्राप से मुक्ति मिलनी चाहिए।
मायावती ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी कैशलेश का भारत का झूठा प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा लोग अपने पैसे को पाने के लिए ही तरस रहे हैं। मोदी जी ने देश की जनता को कंगाल बना दिया है। आज मोदी सरकार अपने राजनीतिक स्वार्थ को साधने की कोशिश कर रही है और देश की 90 पर्सेंट गरीब जनता के लिए अड़ियल रवैया अपना रही है। देश में भारत बंद जैसा माहौल है। हम केंद्र सरकार के ऐसे फैसलों का विरोध करेंगे।
मीडिया रिर्पोट्स के अनुसार, मायावती ने सवाल उठाया कि अगर केंद्र सरकार सचमुच भ्रष्टाचार को रोकने के लिए इतनी गंभीर है तो आज तक लोकपाल की नियुक्ति क्यों नहीं की गई। मोदी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फैसले के बाद लोग पलायन करने लगे हैं। लोग अपने गांवों और शहरों को लौट रहे हैं।
शादी वाले परिवार तो काफी ज्यादा दुखी और परेशान हैं। ऐसे में बीजेपी के नेता और मंत्री इस नोटबंदी से पैदा हुई समस्याओं को दूर करने के बजाए जनता का ध्यान बांटने के लिए तरह-तरह की नाटकबाजी कर रहे हैं। पीएम मोदी की मुरादाबाद रैली मे दिए गए भाषण की विपक्ष लगातार आलोचना कर रहा है इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पीएम मोदी को खुद का फकीर बताए जाने पर कटाक्ष किया था।