ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को ट्वीट कर योग गुरू बाबा रामदेव पर उनकी जनसंख्या संबंधी विवादित टिप्पणी को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की। रामदेव ने रविवार को कहा था कि देश जनसंख्या विस्फोट की स्थिति से निपटने के लिए तैयार नहीं है। साथ ही उन्होंने तीसरी संतान को मतदान के अधिकार और सरकारी नौकरियों से वंचित करने का सुझाव भी दिया था। रामदेव ने देश की बढ़ती आबादी पर चिंता जताते हुए कहा था कि सरकार को इसे लेकर सख्त कानून बनाने चाहिए।
रामदेव के इस बयान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘‘लोगों को असंवैधानिक बातें कहने से रोकने के लिए कोई स्पष्ट कानून नहीं है, लेकिन रामदेव के विचारों पर बेवजह ध्यान क्यों दिया जाता है?’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘वह योग कर सकते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि नरेंद्र मोदी सिर्फ इसलिए अपना मताधिकार खो देंगे, क्योंकि वह तीसरी संतान हैं।’’ ओवैसी हाल के लोकसभा चुनाव में हैदराबाद संसदीय सीट से फिर से चुनाव जीत गए हैं।
There is no law preventing people from saying downright unconstitutiona things, but why do Ramdev’s ideas receive undue attention?
That he can do a thing with his stomach or move about his legs shouldn’t mean @narendramodi lose his right to vote just because he’s the 3rd kid https://t.co/svvZMa4aZy
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 27, 2019
योग गुरु रामदेव ने रविवार को कहा था कि भारत अपने जनसंख्या विस्फोट से निपटने के लिए तैयार नहीं है। हरिद्वार में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए रामदेव ने कहा था कि देश की आबादी को 150 करोड़ से अधिक नहीं होने दिया जाना चाहिए।
उन्होंने सलाह दी थी, ‘‘यह तभी संभव है जब हम तीसरी संतान या इसके बाद वाली संतानों को मताधिकार से वंचित करने वाला कानून लागू करेंगे। ऐसे बच्चों को चुनाव लड़ने और अन्य सरकारी नौकरियों के अधिकार से भी वंचित किया जाना चाहिए।’’ योग गुरु ने कहा कि जब सरकार ऐसा सख्त कानून बनाएगी तभी लोग ज्यादा बच्चे पैदा करना बंद करेंगे। उन्होंने कहा कि यह कानून किसी खास धर्म के लिए नहीं बल्कि देश के हर एक नागरिक के लिए लागू हो।