बिहार के गया शहर के डेल्हा थाना अंतर्गत गजाधर बिगहा इलाके के कल्याणपुर मोहल्ले में रविवार देर रात को चोरी करने के आरोप में एक युवक की उग्र भीड़ ने पीट-पीटकर कर हत्या कर दी। गौरतलब है कि बिहार में इस तरीके ी पहले भी कई घटना हो चुकी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्र ने सोमवार को बताया कि, ‘‘मृतक अर्जुन मांझी (17) के शरीर पर मारपीट के कारण गहरे जख्म के निशान मिले हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शव पर प्रथम दृष्टया गोली या किसी तेज धारदार हथियार से हुए जख्म के निशान नहीं पाए गए हैं।’’
डेल्हा थाना क्षेत्र अंतर्गत भुईटोली मुहल्ले के लोगों ने अर्जुन मांझी की हत्या के विरोध में सोमवार को घटनास्थल पर प्रर्दशन करते हुए इस वारदात के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवजा देने की मांग की। भुईटोली निवासी खटक मांझी की पत्नी और मृतक की मां ने पुलिस को बताया कि अर्जुन को उसके दोस्तों ने रविवार को फोन कर बुलाया था।
मिश्र ने बताया, ‘‘मृतक के सभी मित्र वारदात के बाद से फरार हैं। वहीं वारदात स्थल के पास रहने वाले जितेंद्र कुमार के घर के दरवाजे पर ताला लगा हुआ है। उनका पूरा परिवार वारदात के बाद से फरार है।’’
गौरतलब है कि हाल ही में भैंस चोरी करने का आरोप लगाकर बिहार के सारण जिले में उन्मादी भीड ने तीन लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। वहीं, इससे पहले नवादा जिले में डायन होने का आरोप लगाते हुए उन्मादी भीड ने एक 50 वर्षीय महिला की पीट पीटकर हत्या कर दी थी। विपक्षी दलों ने बिहार में सत्तारूढ़ जदयू-भाजपा सरकार पर उन्मादी भीड़ के कानून अपने हाथ लेने की ऐसी वारदातों पर रोक लगाने में विफल रहने का आरोप लगाया है। (इंपुट: भाषा के साथ)