केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने कहा कि राष्ट्रवाद ही आतंकवाद का एकमात्र जवाब है लेकिन आक्रामक राष्ट्रवाद प्रतिकूल साबित हो सकता है। विदेश राज्य मंत्री अकबर ने कहा कि जो राष्ट्रवाद छोड़ते हैं वे आतंकवाद की बुराई से नहीं लड़ पाएंगे।

पीटीआई की खबर के अनुसार, उन्होंने यहां विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन में ‘‘राष्ट्र और राष्ट्रवाद’’ विषयक एक व्याख्यान में कहा कि जब राष्ट्रवाद लड़खड़ाने लगता है, ऐसा तब होता है जब वह आक्रामक राष्ट्रवाद बन जाता है. इसलिए समस्या राष्ट्रवाद में नहीं, बल्कि आक्रामकता में है।
उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रवाद आक्रामक बन जाता है तब वह प्रतिकूल बन जाता है। अकबर की यह टिप्पणी देश में राष्ट्रवाद पर जारी बहस के बीच महत्वपूर्ण है।