उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री और अपनी ही सरकार के खिलाफ विवादित बयान देकर अक्सर मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले सहयोगी पार्टी भारतीय समाज पार्टी (सुहेलदेव) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव के बंगले को लेकर जारी विवाद में अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।

नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने इसे अखिलेश को बदनाम करने की साजिश बताते हुए कहा है कि चाहे कोई भी नेता हो, वह बंगला खाली करते समय तोड़फोड़ और सामान उखाड़ कर ले जाने की हरकत नहीं करेगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, राजभर जयपुर की यात्रा के बाद शुक्रवार सुबह तीन दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे थे। यहां मीडिया से बातचीत में उन्होंने अखिलेश यादव का बचाव किया। इस विवाद में मुख्यमंत्री के ओएसडी और प्रमुख सचिव का नाम आने पर उनका कहना था कि मामला पूर्व और वर्तमान सीएम से जुड़ा है और वह लोग ही इसकी सच्चाई बता सकते हैं।
बता दें कि, इससे पहले भी ओम प्रकाश राजभर अपने विवादित बयान की वजह से सुर्खियों रह चुके हैं। राजभर ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था, उन्होंने कहा था कि सरकार में भ्रष्टाचार कम नहीं हुआ है बल्कि बढ़ रहा है। बता दें कि, राजभर लंबे समय से योगी आदित्यनाथ और उनके नेतृत्व वाली सरकार से नाराज हैं। राजभर ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए पार्टी में जातिवाद और परिवारवाद हावी होने का आरोप लगाया था।
NBT की रिपोर्ट के मुताबिक, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने पिछले दिनों बीजेपी के साथ अपने मतभेद की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वह साल 2024 तक बीजेपी के साथ गठबंधन के साझेदार बने रहेंगे।