उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरों और नर्सों की घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। दरअसल, सड़क दुर्घटना के बाद झांसी मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वॉर्ड में लाए गए एक युवक की टांग काटनी पड़ी। हद तो तब हो गई जब ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने मरीज का कटा पैर उसके सिरहाने पर तकिये के रूप में रख दिया। यह शर्मनाक घटना देख वहां मौजूद लोगों ने जमकर हंगामा मचाया। इस घोर लापरवाही की घटना का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
घटना के बारे में जब कुछ लोगों ने मेडिकल कॉलेज के सीएमएस को जानकारी दी तो उन्होंने मरीज के सिर के नीचे से कटा हुआ पैर हटवाकर तकिया लगवाया। इस घटना के सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए दो वरिष्ठ डॉक्टरों और दो नर्सों को निलंबित कर दिया है। साथ ही इस मामले के लिए एक जांच समिति का गठन किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
हिंदुस्तान में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार (10 मार्च) को इटायल से मऊरानीपुर जा रही स्कूली बस शनिवार ट्रैक्टर को बचाने के चक्कर में पलट गई। बस जैसे ही बम्होरी व तिलेरा के बीच पहुंची, तभी सामने से आ रहे ट्रैक्टर को देख बस का चालक संतुलन खो बैठा। बस पटलने पर बच्चों में चीख पुकार मच गई। यह देख राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी और गांव वालों की मदद से बस में फंसे आधा दर्जन बच्चों को बाहर निकाला गया।
इस हादसे में 11वीं की छात्रा मालती (17) निवासी लरोनी, भागवत राजपूत (18) निवासी इटायल और बस का क्लीनर घनश्याम निवासी इटायल गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को पास के सीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने क्लीनर घनश्याम की हालत बिगड़ते देख उसे महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज झांसी रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज में घायल की बेकदरी की गई।
वहां डॉक्टर ने जख्मी पैर को ऑपरेशन कर काट दिया। इसके बाद डॉक्टरों ने तकिया की जगह मरीज के सिरहाने पर उसी का कटा हुआ पैर रख दिया। यह देख मरीजों के साथ उनके तीमारदार भी हैरत में पड़ गए। सोशल मीडिया में यह फोटो वायरल होते ही मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया। मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. हरीश चन्द्र आर्य ने आनन-फानन जांच के आदेश दिए हैं।
दो वरिष्ठ डाक्टरों सहित 4 निलंबित
रिपोर्ट के मुताबिक, झांसी मेडिकल कालेज में हुई इस घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन के निर्देश पर शासन ने कड़ी कार्रवाई की है। आशुतोष टंडन के निर्देश पर दो वरिष्ठ डाक्टरों सीनियर आर्थोपैडिक सर्जन आलोक अग्रवाल व इमरजेंसी मेडिकल आफिसर डॉ. महेंद्र पाल सिंह और दो स्टाफ नर्सों दीपा नारंग व शशि श्रीवास्तव को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही परामर्शदाता डा. प्रवीण सरावगी को चार्जशीट देकर खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है।