पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) का घोषणा-पत्र जारी करेंगे। घोषणा-पत्र जारी किए जाने की तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन पंजाब मामलों की कांग्रेस प्रभारी आशा कुमारी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख अमरिंदर सिंह के साथ यहां हुई एक बैठक में मनमोहन घोषणा-पत्र जारी करने पर सहमत हो गए।
घोषणा-पत्र के जरिए पंजाब में शासन को लेकर पार्टी की रूपरेखा परिभाषित की जाएगी। अमरिंदर और आशा के साथ मनमोहन ने घोषणा-पत्र के प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की।
राज्य के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल की अगुवाई में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की घोषणा-पत्र समिति की ओर से घोषणा-पत्र को अंतिम रूप दिया जाएगा। आशा ने कहा कि पार्टी ने फैसला किया है कि घोषणा-पत्र जारी करने से पहले इसके मसौदे पर आर्थिक मुद्दों के विशेषज्ञ मनमोहन सिंह की राय ले ली जाए।
भाषा की खबर के अनुसार, उन्होंने कहा, ”कांग्रेस विषय की बारीकियों को समझे बगैर मनमाने फैसले करने में यकीन नहीं रखती और पार्टी को लगता है कि घोषणा-पत्र, जिसका पंजाब के लोगों पर प्रभाव होगा, को अंतिम रूप दिए जाने में मनमोहन सिंह को शामिल करना अहम है।
आशा ने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम करने के ठीक उलट तरीके से काम करती है, जिन्होंने राहुल गांधी द्वारा बार-बार पूछने के बावजूद अब तक यह नहीं बताया है कि नोटबंदी पर उन्होंने किससे संपर्क किया। अमरिंदर ने कहा कि मनमोहन ने घोषणा-पत्र पर कुछ अहम सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी का घोषणा-पत्र ऐसा बनाया जा रहा है जिससे पंजाब को आर्थिक वृद्धि एवं प्रगति के रास्ते पर फिर से लाया जा सके।