देश की राजधानी दिल्ली की राजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे गुरुवार (13 अप्रैल) को आए। जिसमें भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की। इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में सीधी टक्कर देखने को मिली। वहीं आम आदमी पार्टी तीसरे स्थान पर रही साथ ही उनकी जमानत भी जब्त हो गई। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के अनुसार मनजिंदर सिंह के पास कुल 185 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है।
जनसत्ता कि ख़बर के मुताबिक, मनजिंदर सिंह की संपत्ति पिछले दो साल में 54 करोड़ रुपये (करीब 22 प्रतिशत) कम हो गयी है। लेकिन उसके बाद भी मनजिंदर सिंह के पास कुल 185 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है। बता दें कि, मनजिंदर सिंह साल 2015 में भी विधान सभा चुनाव लड़े थे। तब उन्होंने अपनी संपत्ति 239 करोड़ रुपये घोषित की थी।
सिरसा के अनुसार उनका पेसा “खेती और कारोबार” है। मनजिंदर ने इस उप-चुनाव में दिए गए हलफनामे में बताया है कि उनके पास 89 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है और खेती की जमीन और वाणिज्यिक इमारतों जैसी 120 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। वहीं मनजिंदर पर बैंक लोन और बकाया के तौर पर 24 करोड़ रुपये उधार भी हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले आम आदमी पार्टी की आरकेपुरम से विधायक प्रमिला टोकस सबसे अमीर विधायक थीं। टोकस के हलफनामे के अनुसार उनके पास कुल 87 करोड़ रुपये की संपत्ति है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, राजौरी सीट आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक जरनैल सिंह के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी।
राजौरी गार्डन विधानसभा सीट से पार्टी के हार के बाद AAP नेता कुमार विश्वास ने ट्वीट पर अब्बास ताबिश के एक शेर को शेयर किया– जिसमें लिखा है, ‘पानी आँख में भर कर लाया जा सकता है, अब भी जलता शहर बचाया जा सकता है’।