उत्तर प्रदेश के मेरठ के परतापुर क्षेत्र में अपनी लिव-इन पार्टनर और उसकी बेटी की हत्या के मुख्य आरोपी शमशाद को पुलिस के साथ हुई हल्की मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी अपनी धार्मिक पहचान छिपाकर एक महिला के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था। 28 मार्च को उसने महिला और उसकी 10 वर्षीय बेटी की हत्या करके दोनों शवों को अपने ही घर में दफना दिया था। हत्या का पता तब चला जब महिला के एक दोस्त ने पुलिस को बताया कि महिला लंबे समय से गायब है। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शमशाद के घर के एक हिस्से को खोदा और कंकालों को बरामद किया। उन्हें डीएनए परीक्षण के लिए भेजा गया है।
इस दौरान शमशाद भागने में सफल रहा और बाद में नूर नगर के पास उसे रोका गया। पैर में गोली लगने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके पास से एक बन्दूक, कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है। सिटी एसपी अखिलेश नारायण सिंह ने कहा कि आरोपी ने अपनी धार्मिक पहचान छिपा रखी थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गाजियाबाद की रहने वाली मृतक महिला का अपने पति से 2010 में तलाक हो चुका था और उसकी एक बेटी थी। फिर 2013 में फेसबुक पर उसकी दोस्ती एक युवक के साथ हुई और दोनों में प्यार हो गया। कथित प्रेमी के बुलाने पर वो अपनी बेटी के साथ मेरठ चली गई। आरोप है कि युवक ने बहला फुसला कर दोनों को अपने साथ रख लिया था।
वहीं इस घटना पर हिन्दू संगठनों ने हंगामा शुरू कर दिया है और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने संवाददाताओं को बताया कि यह ‘लव जिहाद’ का मामला था और अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो ये हत्याएं टल सकती थीं। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)