केरल में इडुक्की जिले के राजामलाई में पिछले चार दिनों से भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में करीब 15 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे में कई श्रमिक लापता बताए जा रहे है, मौके पर राहत कार्य चल रहा है। वन अधिकारी और अन्य आपातकालीन सेवा के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं। जिस जगह पर भूस्खलन हुआ वहां पर चाय के बागान में काम करने वाले मजदूरों की कॉलोनी थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 15 मजदूरों के शव निकाले जा चुके हैं जबकि कई लोगों को जिंदा निकाला गया है। आशंका जताई जा रहीं है कि, मृतकों की संख्या अभी बढ़ भी सकती है। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि घटनास्थल पर मेडिकल टीम और 15 एंबुलेंस को रवाना किया गया है।
इसी जिले के निवासी राज्य के ऊर्जा मंत्री एमएम मणि ने कहा, “भूस्खलन ऐसी जगह पर हुआ था, जहां चाय के मजदूर रहते हैं। यह स्थान एक पहाड़ी के शीर्ष पर है। स्थानीय विधायक भी मौके पर जा रहे हैं। सभी आपातकालीन सेवाओं को वहां लगा दिया गया है।”
इस बीच, क्षेत्र के निवासी पार्थसारथी ने मीडिया को बताया कि उन्हें करीब 80 श्रमिकों और उनके परिवारों द्वारा बसाई गई तीन लाइनों के बारे में पता था। लेकिन वह ये नहीं जानते कि जब भूस्खलन हुआ था तब वहां कितने लोग थे। क्योंकि पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के कारण कई श्रमिक अपने घरों पर थे।
बता दें कि, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के एक दिन पहले इडुक्की, वायनाड और कोझीकोड जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया था। आईएमडी ने बुधवार को ट्वीट किया था, “केरल और माहे (पुडुडचेरी का जिला) में 5-9 अगस्त तक भारी बारिश की संभावना है।”