मोदी को केवल 2 प्रतिशत इंडियन की चिंता है जबकि 80 प्रतिशत भारतीय कृषि से जुड़े हुए है उनकी कोई फ्रिक नहीं है। ये कहना है लालू यादव का। पिछले कई दिनों से लगातार टिवीट करते हुए लालू ने पीएम मोदी को नोटबंदी के मुद्दे पर निशाने पर ले रखा है। उन्होंने पीएम मोदी को चुनौती देते हुए लिखा था कि यदि पचास दिन में हालात सामान्य नहीं हुए तो क्या प्रधानमंत्री इस्तीफा देंगे।
नोटबंदी के फैसले के खिलाफ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आज एक के बाद एक कई ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। लालू प्रसाद ने ट्वीट में सवाल करते हुये लिखा है कि मोदी को भारत नही, India की चिंता है।80% भारतीय कृषि से जुड़े हैं, लेकिन मोदी को 2% Indians की चिंता है जिनकी पूंजी से सेंसेक्स ऊपर-नीचे होता है।
मोदी को भारत नही,India की चिंता है।80%भारतीय कृषि से जुड़े हैं,लेकिन मोदी को 2%Indians की चिंता है जिनकी पूंजी से सेंसेक्स ऊपर-नीचे होता है
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 9, 2016
राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा है कि पीएम नरेन्द्र मोदी के 50 दिन की मोहलत में सिर्फ 22 दिन बाकी हैं। पचास दिन बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई तो क्या पीएम इस्तीफा देंगे या मुंह छुपाते घूमेंगे? कई ट्वीटों के माध्यम से उन्होंने कहा है कि पीएम ‘भागते भूत की लंगोटी भली वाली कहावत चरितार्थ कर रहे हैं।
PM के 50 दिन के मोहलत में 22 दिन बाकी हैं। 50 दिन बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई तो क्या मोदी जी इस्तीफा देंगे या मुँह छुपाते घूमेंगे?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 8, 2016
भागते भूत की लँगोटी भली।
नोटबन्दी में मिट्टी पलीत होते देख PM काला धन का आलाप त्याग, अब #CashlessEconomy के पल्लू में छुप रहे हैं।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 8, 2016
राजद सुप्रीमो ने हमला तेज करते हुये आगे लिखा था कि मोदी जी जानते हैं कि बमुश्किल बीस प्रतिशत भारतीय ही कैशलेस इकॉनोमी करने की स्थिति में है। ये बस नोटबंदी के दलदल से ध्यान हटाने का जुमला है। मोदी जी, देश महानगरों से ही नहीं बना है। आपका यह अर्थव्यवस्था पर थोपा घातक प्रयोग गांवों में अन्न, जीवन, मृत्यु, भविष्य का प्रश्न बन गया है।
जो 90लोग प्रत्यक्ष रूप से नोटबन्दी की भेंट चढ़ गए वे क्या गैर मुल्क़ी थे? उनके परिवार का भार कौन लेगा? PM के पास उनके लिए समय/शब्द भी नहीं?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 8, 2016
मोदी जी, देश महानगरों से ही नहीं बना है।आपका यह अर्थव्यवस्था पर थोपा घातक प्रयोग गाँवों में अन्न,जीवन, मृत्यु, भविष्य का प्रश्न बन गया है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 8, 2016
मोदी जी जानते हैं कि बमुश्किल 20%भारतीय ही #CashlessTransactions करने की स्थिति में है। ये बस नोटबन्दी के दलदल से ध्यान हटाने का जुमला है
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 8, 2016