अगले साल होने वाले राज्यसभा चुनाव में दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) के एक नेता ने कहा है कि पार्टी राज्यसभा की तीन सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों पर जनवरी के पहले हफ्ते तक फैसला लेगी और वह पार्टी संगठन से बाहर के चेहरे पर विचार कर रही है। संसद के उपरी सदन की तीन सीटों के लिए आप में कई महत्वाकांक्षी हैं, मध्य जनवरी में इन सीटों के लिए चुनाव होने हैं।

न्यूज़ एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, इस चुनाव के चलते पार्टी में कड़वाहट घुल गई है, ऐसे में उम्मीदवारों की घोषणा में देरी के कई कारणों में यह भी एक कारण है। वरिष्ठ पार्टी नेता कुमार विश्वास उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल नेताओं में एक हैं लेकिन फिलहाल उनकी कुछ समय से नेतृत्व के साथ अनबन चल रही है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ उनके वर्तमान समीकरण के चलते पार्टी द्वारा उन्हें उपरी सदन में भेजे जाने की गुजाइंश बिल्कुल क्षीण है। यदि पार्टी अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारने का फैसला करती है तो उनके अलावा आशुतोष और संजय सिंह उपरी सदन के लिए दो अन्य उम्मीदवार हैं।
नेता ने कहा, ‘लेकिन हम पार्टी संगठन के बाहर उम्मीदवार ढूढ रहे हैं।’ नेता ने बताया कि पार्टी कानून, आर्थिकी और सामाजिक कार्य के क्षेत्र से उम्मीदवार ढूढ़ने में जुटी है। पार्टी ने अक्टूबर में भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन से संपर्क किया था लेकिन उन्होंने पेशकश ठुकरा दी थी।
पार्टी के किसी भी नेता को राज्यसभा के चुनाव मैदान में नहीं उतारने के इस कदम को संगठन के अंदर अंर्तकलह पर विराम लगाने की कोशिश के रुप में देखा जा रहा है। बता दें कि, दिल्ली से राज्य सभा की 3 सीटें आम आदमी पार्टी(AAP) के खाते में हैं जिन पर जनवरी 2018 में चुनाव होना है।
बता दें कि, आम आदमी पार्टी(AAP) के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास खुलकर अपने लिए राज्यसभा सीट मांग चुके हैं। अगर पार्टी बाहर के लोगों को मनोनीत करने का फैसला लेती है, तो उनके लिए भी खुद के लिए दबाव बनाना मुश्किल हो जाएगा।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले कुमार विश्वास ने आरोप लगाया था कि उनकी पार्टी के कुछ नेता राज्यसभा का टिकट पाने के लिए विधायकों के साथ सांठगांठ कर रहे हैं।