राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रों के संसद की ओर मार्च के दौरान हुए लाठीचार्ज में एक महिला पत्रकार के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा धक्का-मुक्की और बदसलूकी के मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल पर हमला बोला है।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि बैजल को दिल्ली सरकार के काम में रुकावट डालने की जगह दिल्ली पुलिस व्यवस्था को सुधारने का काम करना चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेएनयू छात्रों के मार्च के दौरान की एक कथित विडियो पोस्ट की। जिसमें कुछ पुलिसकर्मी भीड़ पर लाठीचार्ज करते दिख रहे हैं। विडियो के साथ केजरीवाल ने लिखा कि, ‘माननीय उपराज्यपाल को दिल्ली सरकार के प्रॉजेक्ट में रुकावट बनने से ज्यादा वक्त दिल्ली की पुलिस व्यवस्था को सुधारने में लगाना चाहिए।’
Hon’ble LG shud spend more time improving policing in Del rather than obstructing every project of Del govt. Policing and law and order, which are his primary duties, are in complete mess in Del https://t.co/uRgZruzd3u
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 25, 2018
बता दें कि, इससे पहले विभिन्न मीडिया संगठनों के पत्रकारों ने शनिवार(24 मार्च) को दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर मीडिया कर्मियों के साथ मारपीट एवं छेड़छाड़ के आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
बता दें कि, महिला पत्रकार के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा धक्का-मुक्की करने और उसका कैमरा छीनने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इस पर माफी भी मांगी थी। दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी मधुर वर्मा ने शनिवार(24 मार्च) को कहा था कि कल की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पत्रकारों के साथ हुई इस घटना के प्रति हम खेद व्यक्त करते हैं।
उन्होंने कहा था कि, पत्रकारों के काम में बाधा डालना हमारी मंशा नहीं थी। कुछ महिला पुलिसकर्मियों के महिला पत्रकार को भ्रमवश आंदोलनकारी समझने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। उन्होंने यह साफ किया कि वह इस तरह की बात मामले से बचने के लिए बिल्कुल नहीं कर रहे हैं, इस मामले में कड़ा संज्ञान लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली पुलिस तथा वह स्वयं हमेशा इस बात को स्वीकार करते हैं कि मीडिया हमारे लोकतंत्र का अभिन्न हिस्सा है। हमेशा हमारी यही कोशिश रहती है कि पुलिस की ओर से पत्रकारों के काम में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं हो।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार(23 मार्च) को हुए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) के विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने छात्रों को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया था। इस लाठीचार्ज के बाद एक महिला मीडियाकर्मी ने पुलिसकर्मियों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस की बदसलूकी का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वहीं, नई दिल्ली जिले के डीसीपी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर कर आरोप लगाया कि पुलिस से बदतमीजी की गई। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए कुछ वीडियोज में पुलिस छात्रों व पत्रकारों से भिड़ती हुई नजर आ रही है। एक वीडियो में कुछ महिला पुलिसकर्मी एक पत्रकार के साथ बदसलूकी करती दिख रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार(23 मार्च) को हुए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने छात्रों को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया था। इस लाठीचार्ज के बाद एक महिला मीडियाकर्मी ने पुलिसकर्मियों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई थी।
An inefficient @DelhiPolice roughs up HT Photographer Anushree Fadnavis and even snatched her camera during JNU students protest in Delhi. Is this the way journalists will be treated by police? #RaiseYourVoice #Share pic.twitter.com/u7mL8gRp17
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) March 23, 2018
कृप्या ये वीडियो देखने का भी कष्ट कीजियेगा सर, देखिये कितना शिष्टाचार है इस वीडियो में #JNULongMarch pic.twitter.com/DQNgVZ6jKp
— Krishan Kumar (@krishanofficial) March 23, 2018