दिल्ली में लगातार बढ़ते हुए प्रदूषण को लेकर लोगों की चिंता बढ़ती जा रही है। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में खराब वायु गुणवत्ता के मद्देनजर रविवार आपात बैठक बुलाई। बैठक के बाद उन्होंने एक प्रेस वार्ता के जरिए प्रदूषण को लेकर उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी दी।

प्रदूषण के खिलाफ दिल्ली सरकार का अहम फैसला
- अगले तीन दिन तक स्कूल बंद रहेंगे
- अगले 5 दिन हर तरह के निर्माण कार्य पर रोक
- बदरपुर थर्मल प्लांट को अगले 10 दिन के लिए बंद किया जा रहा है
- प्रदूषण पर मिलकर समाधान ढूंढना होगा
- कल से दिल्ली की सड़कों पर पानी का छिड़काव होगा
- दिल्ली में कूड़ा जलाने पर रोक
- जरूरत पड़ी तो ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू करेंगे
- 10 दिन तक दिल्ली में जेनरेटर पर रोक
इसे लेकर आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदूषण हुआ. इसमें मास्क पहनकर बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों के हाथ में बैनर-पोस्टर थे।
केंद्र ने इस बाबत शनिवार को कहा कि खतरनाक प्रदूषण स्तर के चलते दिल्ली एक ‘आपात स्थिति’ का सामना कर रही है. केंद्र ने किसानों द्वारा खूंटी जलाने पर अंकुश के लिए सभी पड़ोसी राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों की सोमवार को एक बैठक बुलाई है. दिल्ली में आजकल जो हाल है उस प्रदूषण में दस घंटे रहने का मतलब 42 सिगरेट पीना है. लिहाजा कई स्कूलों में ताला लगा है।
दिल्ली पर धुंध छाए रहने और कई स्थलों पर प्रदूषण का स्तर सुरक्षित स्तर से 17 गुना अधिक होने के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल दवे से मुलाकात की थी। केजरीवाल ने इस चुनौती से निपटने में केंद्र के तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।