कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी को रायचूर जिले में येरमरूस थर्मल पावर स्टेशन के कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों की सूची सौंपने के लिए काफिले का रास्ता रोकना नागवार गुजरा। कर्मचारियों का एक समूह जब कुमारस्वामी के पास पहुंचा तो वह उन पर भड़क गए। मुख्यमंत्री अपने ‘ग्राम वास्तव्य (गांव प्रवास) कार्यक्रम के लिए प्रदेश के रायचूर में थे, जहां कर्मचारियों के समूह ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से संपर्क किया और नारेबाजी की। उन मांगों में रोजगार का ‘वादा नहीं पूरा किया जाना भी शामिल था। बिजली संयंत्र के लिये उनकी जमीन लेते समय उन्हें रोजगार देने का वादा किया गया था।
मुख्यमंत्री ने वाईटीपीएस के कर्मचारियों से कहा, ”आपने नरेंद्र मोदी को वोट किया और काम आप मुझसे करवाना चाहते हैं! आप मुझसे चाहते हैं कि मैं आपका आदर करूं। क्या मुझे आप पर लाठीचार्ज कराना चाहिए। चले जाइए यहां से। मुख्यमंत्री के इस रवैये से वहां मौजूद हर व्यक्ति हैरान रह गया। इसके बाद मुख्यमंत्री वहां से चले गए। मुख्यमंत्री के इस आचरण की भाजपा और प्रदेश पार्टी प्रमुख बी एस येदियुरप्पा ने आलोचना की और कहा कि मुख्यमंत्री से मिलने की इच्छा रखने वाले लोगों पर चीखना-चिल्लाना लोकतंत्र के खिलाफ है। वहीं, सोशल मीडिया पर भी कुमारस्वामी की तीखी आलोचना हो रही है।
Look at the arrogance of @hd_kumaraswamy
If you cannot listen to the plead of people then who in Karnataka asked you to become the CM ?
Kannadigas anyways didn't vote for you nor did they ask you to be the CM.
Do the state a favor by stepping down. You are fit for nothing pic.twitter.com/jUjlfROAYE
— Arvind Limbavali (@bjparvind) June 26, 2019
बाद में सफाई
बाद में कुमारस्वामी (59) ने एक चैनल से कहा कि उन्होंने कर्मचारियों की समस्या के समाधान के लिए 15 दिन का वक्त मांगा था लेकिन उन्होंने सड़क जाम कर दी और इससे उन्हें गुस्सा आ गया। उन्होंने पूछा कि अगर प्रधानमंत्री का काफिला रोका जाएगा तो क्या कोई स्वीकार करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”यह सरकार सहिष्णु है लेकिन अक्षम नहीं है और उसे पता है कि ऐसी स्थितियों से कैसे निपटा जाए। बाद में करेगुड्डा गांव में लोगों को संबोधित करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि भविष्य में वह इस बात की सावधानी बरतेंगे कि उनके बोले गये शब्दों को कहीं अपराध न समझा जाये। उन्होंने कहा, ”मोदी का नारा लगाने से उद्देश्यों की पूर्ति नहीं होगी क्योंकि आपकी आवाज दिल्ली तक नहीं पहुंचेगी।
उन्होंने कहा, ”मैं ही हूं जिसे आपकी आवाज सुननी है और चीजें दुरूस्त करनी है। भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो दिल्ली में मोदी से मुलाकात करने तथा केंद्र द्वारा किए गए कार्यों का लाभ लेने के लिए वह येदियुरप्पा और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिये राज्य सरकार के कोष से विशेष ट्रेन की व्यवस्था कर देंगे।
देखें, लोगों की प्रतिक्रियाएं:
**Kumaraswamy is totally fit to be CM**
Kumaraswamy:pic.twitter.com/lKFFprHV1l
— Shiv Aroor (@ShivAroor) June 26, 2019
Everyday that @hd_kumaraswamy spends in office as a CM of the state, is hurting the Congress in Karnataka.
It wld have been in the interest of @INCIndia to call of this alliance on its own than bearing this embarrassment every single day. This alliance has hurt them like badly. https://t.co/bZw4jC9aqk
— Sadhavi Khosla?? (@sadhavi) June 26, 2019
Shame on you Kumaraswamy. U r a disgrace on my state n it's a shame that we suffer you as our CM ! https://t.co/bDSkkwvxhs
— Vikram Sampath (@vikramsampath) June 26, 2019
THIS arrogance is not unfounded. His Chartered Accountant is in bed with THIS big Real Estate Group in Bengaluru headquartered in Singapore AND got caught by @IncomeTaxIndia and still nothing.. money laundering for corrupt politicians to dynasty political funding, it's all HERE. pic.twitter.com/u85glpyXlV
— Seeyounevereva (@LilUprising) June 26, 2019
बीजेपी ने की निंदा
इस बीच कर्नाटक भाजपा ने मुख्यमंत्री के इस रवैये की निंदा की है और कहा है कि अगर उन्होंने लोगों से माफी नहीं मांगी तो राज्यव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा। कुमारस्वामी की आलोचना करते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि गांव में ठहरने के कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों की शिकायतें सुनना था। उन्होंने कहा, ”कई किलोमीटर चलकर आपसे मिलने के लिये पहुंचे लोगों को लाठीचार्ज करने की धमकी देना लोकतंत्र के खिलाफ है। संभवत: लोकसभा चुनाव में हार की वजह से मुख्यमंत्री अपना आपा खो बैठे। (इंपुट- भाषा के साथ)