आॅल इंडिया रेडियो के लिए काम कर रही एक ‘पत्रकार’ आरती राणा ने भारतीय मुसलमानों पर अमर्यादित टिप्पणी करते हुए उन्हें पाकिस्तानी कहा व उनकी तालीम और तरबियत पर सवाल उठाया। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘हिन्दुत्व की आग तो किसी को तबाह करें या ना करें, इस्लाम की आग सबको जला ही चुकी है।’
अपने सब भाई-बहनों देशों की हालात देख लो। वहां तो बहुसख्यंक हो। क्यों छोड़-छोड़ कर जा रहे हो। वहां तो नहीं है हिन्दुत्व आग लगाने के लिए। तुम पाकिस्तानी दलाल, पहले अपने समाज को सुधारों। इंडिया में जो इतने चांस मिले हैं, सब खराब। तुम मदरसें में ही पढ़ने लायक हो। स्कूल में पढ़ लिख कर भी राष्ट्रविरोधी सोच रखते हो।
ऑल इंडिया रेडियो की इस ‘पत्रकार ‘ने आगे कहा कि इस्लामिक शिक्षा अपने अनुयायियों सेे विरोधियों को मारने के लिए कहती है।
उन्होंने लिखा, ‘मैंने कभी किसी को ये नहीं कहा लेकिन तुम लोग पाकिस्तान के लायक हो। तुम केवल लोगों को मार सकते हो। सिर्फ बुरा ही बोल सकते हो। अपने अंदर झांकों, हिंदुत्व प्रगतिशील है। भगवा आतंकवाद पर कितना ही चिल्ला लो लेकिन सारी दुनिया में केवल मुसलमान ही आंतकवादी है। कभी अपने धर्म की उत्पत्ति के बारे में पढ़ो।’
बाद में जनता का रिपोर्टर से उन्होंने कहा कि क्या उन्हें पाकिस्तानी कहना अपराध है, जबकि पहले उन्होंने ही उकसाया था। उन लोगों ने कहा कि बंगाल में कुछ नहीं हो रहा है यह आरएसएस का षड्यंत्र है, फिर उन्होंने मथुरा पर टिप्पणी की और फिर कहा कि गोडसे ने गांधी को मारा व इससे बाद इस तरह की अन्य बातें की। इस सारे मामले में मैं यह कहना चाहती हूं मेरी बोलने की आजादी कहां है, मैंने उन्हें पाकिस्तानी कहा .. क्या यह एक अपराध है?
साथ ही राणा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो के साथ एक अस्थायी तौर पर न्यूजरीडर के रूप में काम किया है।
सोशल मीडिया पर राणा की सांप्रदायिक पोस्ट ऐसे समय में आई हैं जब सांप्रदायिक तनाव भारत के कई हिस्सों में व्याप्त है और बंगाल में कई जगह धार्मिक दंगों इसकी पकड़ में है।
यह फेसबुक पोस्ट थी जिसने बंगाल में सांप्रदायिक दंगों को जन्म दिया था। Linkedin पर राणा का प्रोफाइल बताता है कि वह मुंबई में आॅल इंडिया रेडियो पर ‘न्यूज एडिटर’ है। उनके ये विचार संपादकीय मानदंडों का प्रत्यक्ष उल्लंघन है, जिसकी सार्वजनिक सेवा प्रसारक के लिए काम कर रहे एक पत्रकार से उम्मीद नहीं की जा सकती हैं।
शुक्रवार की शाम राणा की फेसबुक पोस्ट के कारण सोशल मीडिया पर मुस्लिम समाज की नाराज प्रतिक्रियाएं देखी गई।
इस बारें में ‘जनता का रिपोर्टर’ ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर से संपर्क किया, जो राणा की नफरत भरी पोस्ट के बारें में था, लेकिन वह टिप्पणियों के लिए उपलब्ध नहीं थे, बताया गया कि वह इस समय धर्मशाला में है और दिल्ली आने पर ही उनसे सम्र्पक किया जा सकता है। सूचना और प्रसारण मंत्री की टिप्पणी के बाद इस पूरे विवरण को जल्द ही प्रकाशित किया जाएगा।