आज यानी गुरुवार (21 जून) को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का चौथा साल है। इस मौके पर सारा देश योग के रंग में रंगा हुआ है। भारत सहित विश्व भर में बड़े ही धूमधाम से यह स्वास्थ्यवर्धक आयोजन मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में करीब 50 हजार लोगों के साथ योगासन किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा है कि योग शरीर आत्मा और बुद्धि को जोड़ता है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 27 सितंबर 2014 को दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की घोषणा भारत के लिए एक महान क्षण था, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव आने के मात्र तीन माह के भीतर इसके आयोजन का ऐलान कर दिया। महासभा ने 11 दिसंबर 2014 को यह ऐलान किया कि 21 जून का दिन दुनिया में योग दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का दुनिया के लगभग सभी देशों ने समर्थन किया और दुनिया के 170 से ज्यादा देशों के लोग 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मनाते हैं। साथ ही लोग योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने का संकल्प लेते हैं। पूरे विश्व में इस दिन योग के फायदों के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिये योग प्रशिक्षण शिविर, योग प्रतियोगिता और सामूहिक योगाभ्यास किया जाता है।
भारत में पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में योग किया था। योग कार्यक्रम का आयोजन राजपथ पर किया गया। करीब 36,000 लोगों ने पीएम के साथ योग में शामिल हुए। पहले योग दिवस पर बने दो रिकॉर्ड गिनीज बुक में शामिल हुए। दूसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर मोदी ने चंडीगढ़ में योग किया था, जबकि तीसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पीएम मोदी ने लखनऊ में योग किय। चौथे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर देहरादून में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में करीब 50 हजार लोग शामिल हुए।
PM @narendramodi performing #Yoga along with participants during #InternationalYogaDay2018 celebrations at FRI Dehradun. #IDY2018 #InternationalDayofYoga #InternationalYogaDay #ZindagiRaheKhush pic.twitter.com/qa3Vk0isC5
— PIB India (@PIB_India) June 21, 2018
दुनिया को एकजुट करने वाली शक्ति है योग
देहरादून के वन अनुसंधान संस्थान परिसर में 50 हजार से ज्यादा लोगों के साथ गुरुवार सुबह योगासन करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पुरातन भारतीय योग परंपरा इस संघर्षरत दुनिया को एकजुट करने वाली सबसे बड़ी शक्ति के रूप में उभरी है। अंग्रेजों के जमाने में बने एफआरआई संस्थान की इमारत की पृष्ठभूमि में हजारों लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि योग ने दुनिया को ‘‘रोग से निरोग’’ की राह दिखाई है और दुनिया भर में लोगों के जीवन को समृद्ध बना रहा है।
उन्होंने कहा, वास्तविकता यह है कि सेहत और तंदुरुस्ती की खोज में योग दिवस दुनिया के सबसे बड़े जन आंदोलन का रूप ले चुका है। उन्होंने कहा कि लोगों का स्वस्थ होना शांतिपूर्ण विश्व की स्थापना के लिए अत्यंत आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘देहरादून से डबलिन, शंघाई से शिकागो, जकार्ता से जोहानिसबर्ग, हिमालय की ऊंचाई से लेकर रेगिस्तान तक, योग दुनिया में लाखों जिन्दगियों को समृद्ध बना रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘योग समाज में एकरूपता लाता है जो राष्ट्रीय एकता का आधार बन सकता है।’’ उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में योग दिवस का प्रस्ताव रिकॉर्ड समय में स्वीकार किया गया और ज्यादातर देशों ने इसका समर्थन किया। मोदी ने कहा, आज पूरी दुनिया के लोग योग को ऐसे रूप में देखते हैं कि वह उनका अपना है। प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा, अगर आप चाहते हैं कि दुनिया आपकी विरासतों और धरोहरों का सम्मान करे, तो पहले आपको उनका सम्मान करना होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम खुद अपनी विरासतों और धरोहरों पर गर्व नहीं करेंगे तो और कोई नहीं करेगा। हमें अपनी मूल्यवान धरोहरों का सम्मान करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि योग शांत, सृजनात्मक और संतुष्ट जीवन जीने का तरीका है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘योग बतौर व्यक्ति और समाज में आने वाली हमारी समस्याओं का उत्तम समाधान देता है।’’ उन्होंने कहा, योग तोड़ता नहीं जोड़ता है, द्वेष की जगह समावेश सिखाता है। कष्टों को बढ़ाने के स्थान पर योग उनसे मुक्ति दिलाता है।
More glimpses of PM @narendramodi during the #InternationalYogaDay2018 celebrations. #IDY2018 #InternationalDayofYoga #InternationalYogaDay #ZindagiRaheKhush pic.twitter.com/F8xGuJVcPc
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मोदी के कहा कि योग दुनिया के लिए आशा की किरण है। उन्होंने कहा, ‘‘योग सुन्दर है क्योंकि वह पुरातन होते हुए भी आधुनिक है, उसमें ठहराव है फिर भी वह लगातार विकसित हो रहा है।’’ उन्होंने कहा कि योग भारत की समृद्ध विरासत का हिस्सा है। हमें इस पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘तोक्यो से टोरंटो, स्टॉकहोम से साओ पाउलो तक योग लाखों लोगों के जीवन को सकारात्मक तरीके से प्रभावित कर रहा है।’’
प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा कि वह ना सिर्फ स्वस्थ बल्कि प्रसन्न और शांतिपूर्ण जीवन के लिए भी योग को अपनाएं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री कल रात यहां पहुंचे। सुबह साढ़े छह बजे वन अनुसंधान संस्थान के परिसर में लोगों को संबोधित करने के बाद मोदी ने उनके साथ योगाभ्यास किया।