पुलवामा आतंकी हमले के बाद दो पाकिस्तानी शूटरों को वीजा देने से इनकार करने पर गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने भारत पर हमला बोला। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमलों में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवानों की शहादत के बाद पाकिस्तानी निशानेबाजों की भागीदारी खटाई में पड़ गई थी।
आईओसी के मुताबिक, भारतीय एनओसी, आईओसी और आईएसएसएफ जैसे प्रयासों के बावजूद पाक निशानेबाजों को विश्व कप में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं मिल सकी। यह ओलंपिक नीति के खिलाफ है। आईओसी की प्रतिबद्धता है कि मेजबान देश में आनेवाले सभी खिलाड़ियों को किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के बिना निष्पक्ष और समानता के माहौल में प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का मौका मिले।
बयान में भारत को भविष्य में खेलों की मेजबानी से दूर रखने के फैसले के बारे में जानकारी दी गई। आईओसी के अनुसार, मौजूदा घटनाक्रम के परिणाम के तहत आईओसी एग्जिक्यूटिव बोर्ड ने यह फैसला किया है कि भारतीय एनओसी और सरकार के साथ भविष्य में किसी भी खेल प्रतियोगिता और ओलिंपिक से संबंधित प्रतियोगितायओं के आयोजन को लेकर सभी चर्चाएं पूरी तरह से स्थगित की जाती हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली में चल रहे शूटिंग वर्ल्ड कप में दो पाकिस्तानी शूटर्स को एंट्री से रोक दिया गया है। पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान शहीद होने के बाद भारत ने निशानेबाजों को वीजा देने से इनकार किया था। यह प्रतियोगिता भारत में 20 फरवरी से 28 फरवरी तक आयोजित की जा रही है। जिन दो पाकिस्तानी निशानेबाजों को भारत सरकार ने वीजा देने से इंकार किया था वह 23 फरवरी को प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले थे।
गौरतलब है कि गुरुवार (14 फरवरी) की शाम जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें 42 जवान शहीद हो गए। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, हर कोई शहादत को नमन कर रहा है।