मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय राष्ट्रीय लोकदल (इनेलो) के नेता अभय सिंह चौटाला ने हरियाणा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में इस्तीफा दिया है। विधानसभा के अध्यक्ष द्वारा उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि, ‘मैं किसानों का हितैषी हूं और कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन करने वालों के साथ खड़ा रहूंगा। उन्होंने कहा कि, किसानों के समर्थन में इसी तरह आगे आना जरूरी है।’ अभय सिंह चौटाला के इस्तीफे के बाद माना जा रहा है कि और भी विधायक किसानों के समर्थन में अपना इस्तीफा दे सकते हैं।
अभय सिंह चौटाला ने अपने ट्वीट में लिखा, “मुझे कुर्सी नहीं मेरे देश का किसान खुशहाल चाहिए! सरकार द्वारा लागू इन काले कानूनों के खिलाफ मेने अपना इस्तीफा दे दिया है। मैं विपक्ष में बैठे अन्य सभी नेताओं ओर किसान पुत्रों से निवेदन करता हूँ कि वो इस संघर्ष की लड़ाई में किसान के साथ खड़े हों।”
मुझे कुर्सी नहीं मेरे देश का किसान खुशहाल चाहिए! सरकार द्वारा लागू इन काले कानूनों के खिलाफ मेने अपना इस्तीफा दे दिया है।
मैं विपक्ष में बैठे अन्य सभी नेताओं ओर किसान पुत्रों से निवेदन करता हूँ कि वो इस संघर्ष की लड़ाई में किसान के साथ खड़े हों ||#FarmerProtests #किसान_आंदोलन pic.twitter.com/cBKUC4LKp7— Abhay Singh Chautala (@AbhaySChautala) January 27, 2021
अभय के इस्तीफे के साथ ही सियासत गर्माएगी, क्योंकि अभय का यह मानना था कि उनके बाद कई और विधायक इस्तीफा देने के लिए मजबूर होंगे। अभय का मानना है कि जो विधायक ऐसा नहीं करेंगे, उन्हें अपने हलके में जनता का सामना करना मुश्किल होगा जिसमें सबसे ज्यादा परेशानी जजपा के नेताओं को होगी।