पटना-इंदौर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे रविवार (20 नवंबर) की सुबह पटरी से उतर गए। ट्रेन की 14 बोगी कानपुर के पास पुखरायां में पटरी से उतर गई। हादसे में अब तक 63 लोगों की मौत हो गई है। करीब 150 लोग इस हादसे में घायल हुए हैं।
यूपी एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) दलजीत सिंह चौधरी और आईजी कानपुर जकी अहमद ने इसकी पुष्टि की है। ट्रेन इंदौर से पटना जा रही थी। कई यात्री अब भी बोगियों में फंसे हुए हैं, जिन्हें सुरक्षित निकालने का काम तेजी से चल रहा है। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा हालाज का जायजा लेने के लिए घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।

जनसत्ता की खबर के अनुसार, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और बोर्ड के सदस्यों को भी घटनास्थल का जायजा लेने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं दर्जनों लोग घायल बताए जा रहे हैं। सबसे ज्यादा मौते S1 और S2 में हुई हैं।
यह हादसा कानपुर के पास पुखराया में हुआ। घटना सुबह तीन बजे की बताई जा रही है। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने डीजीपी को हालात पर नजर रखने का आदेश दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री ने भी इसपर शोक जताया था।

सुरेश प्रभु ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए थे। रेलवे की तरफ से कुछ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। अब बचाव कार्य में भी तेजी नजर आ रही है लेकिन हादसे के तुरंत बाद राहत कार्य ना मिलने से हालात बिगड़ गए। बताया जा रहा है कि S1 और S2 कोच में और लोग फंसे हो सकते हैं। एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है।

रेलवे ने यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. सुरेश प्रभु ने ये हेल्पलाइन नंबर ट्वीट किए हैं।
Derailment of train no 19321 Indore -RJPB B/W Phukraya-Malasa at 3:10 Jhasi-Kanpur section. Help line nos are below pic.twitter.com/QTUIUy4xkB
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) November 20, 2016