नई दिल्ली। अमेरिकी कंपनी गार्मिन ने मारे गए भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचीभोटला की पत्नी को भारत में अपने पति के अंतिम संस्कार के बाद वापस अमेरिका लौटने में मदद देने का अश्वासन दिया है। श्रीनिवास गार्मिन कंपनी में कार्यरत थे।
कन्सास बार में हुई गोलीबारी में अपने 32 वर्षीय पति को खोने वाली सुनयना डुलामा ने अमेरिका में रहने को लेकर चिंता व्यक्त की थी कि उनका यात्रा वीजा अवैध हो जाएगा और फिर वह अमेरिका में रहना जारी रखने के लिए अयोग्य हो जाएंगी।
सुनयना ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि ‘गार्मिन को यह सुनिश्चित करना होगा कि मैं अपनी इच्छा से इस देश में वापस आ सकूं और अपनी मर्जी के क्षेत्र में सफल होने के उसके सपनों को पूरा कर सकूं।’कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि कुचीभोटला के पास वर्क परमिट या एच 1 बी वीजा था और सुनयना के पास एच 4 वीजा था।
कुचीभोटला मुख्य वीजा धारक था जिसके कारण उसकी पत्नी को अमेरिका में रहने और काम करने की अनुमति थी। सुनयना ने कहा कि ‘मेरे पति ढेर सारे सपने लेकर अमेरिका आए थे। हमने कन्सास को अपना घर बनाया था, हमने ओलाथे को अपना घर बनाया। गार्मिन कंपनी के कानूनी सलाहकार के साथ इसके आव्रजन वकील सुनयना के यात्रा संबंधित प्रबंधों पर काम कर रहे हैं।
गार्मिन के मानव संसाधनों के उपाध्यक्ष लॉरी मिनार्ड ने बताया कि ब्रेयान केव सहित कई स्थानीय कानूनी कंपनियां कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए सामने आई है।