केंद्रीय गृह मंत्रालय ने माना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा की गई नोटबंदी की घोषणा के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है।

एक जवाब में राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में गृह मंत्रालय ने जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं की संख्या का ब्यौरा देते हुए बताया कि 1 नवंबर 2016 से 31 अक्टूबर 2017 के बीच जम्मू-कश्मीर में 341 आतंकी घटनाएं हुईं, जबकि इससे पिछले साल 1 नवंबर 2015 से 31 अक्टूबर 2016 के बीच 311 आतंकी घटनाएं घटीं थीं।

गृह मंत्रालय ने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर युद्ध विराम के उल्लंघन में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है।2014 में सीजफायर उल्लंघन की संख्या सिर्फ 153 थी, लेकिन यह 10 दिसंबर 2017 तक पहुंच कर 771 हो गई। यह 2016 से 300% से अधिक वृद्धि थी।
हालांकि, गृह मंत्रालय ने दावा किया कि नोटबंदी के बाद उग्रवाद की घटनाओं की संख्या पिछले साल की अपेक्षा इस साल कमी आई। इसके पहले 1 नवंबर 2015 से 31 अक्टूबर 2016 के बीच 1078 उग्रवाद संबंधी घटनाएं हुईं थीं।
बता दें कि, मोदी सरकार ने दावा किया था कि नोटबंदी के बाद आतंकी घटनाएं और उग्रवाद की घटनाओं में कई आएंगी।गौरतलब है कि, पिछले साल 8 नवंबर 2016 को मोदी सरकार ने 500 और 1000 के नोटों पर बैन लगा दिया था।