गुरुग्राम स्थित रयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न मर्डर केस में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच से हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। सीबीआई की छानबीन में सामने आया है कि गुरुग्राम पुलिस ने सबूतों से छेड़छाड़ की है। रविवार (12 नवंबर) को सीबीआई के सूत्रों ने यह जानकारी दी।

सूत्रों ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया, ‘प्रद्युम्न मर्डर केस में की गई जांच से यह बात सामने आई है कि गुरुग्राम पुलिस ने सूबतों के साथ छेड़छाड़ की है।’
Investigation in #PradyumanMurderCase has revealed illegality and destruction of evidence by Gurugram Police: CBI Sources pic.twitter.com/5P5cCOU3rw
— ANI (@ANI) November 12, 2017
सूत्रों ने कहा कि इस मामले की जांच में पुलिस की यह भूमिका संदिग्ध लग रही है। इस ताजा खुलासे से गुरुग्राम पुलिस की कठिनाई और बढ़ सकती है।
प्रद्युम्न की हत्या के बाद से ही गुरुग्राम पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। बता दें कि इस हत्याकांड की जांच के लिए गुरुग्राम पुलिस की ओर से एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था और 8 सितंबर को घटना के बाद रयान स्कूल दो हफ्ते तक गुरुग्राम पुलिस के कब्जे में था।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 15 सितंबर को सीबीआई जांच का ऐलान किया था। इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने 22 सितंबर को जांच अपने हाथ में ली थी। सीबीआई ने गुरुग्राम पुलिस की थ्योरी से अलग हत्याकांड में 11वीं के छात्र को हत्यारोपी बनाया है।
जबकि गुरुग्राम पुलिस ने बस कंडक्टर अशोक को मुख्य आरोपी बनाया था। सीबीआई को जांच सौंपे जाने के वक्त गुरुग्राम पुलिस की जांच अंतिम दौर में थी। सीबीआई के खुलासे से जहां बस सहायक अशोक कुमार की रिहाई का रास्ता साफ होता दिख रहा है, वहीं जांच से जुड़े कई अफसरों पर कार्रवाई के लिए सीबीआई हरियाणा के डीजीपी को चिट्ठी भी लिख सकती है।