अहमदाबाद में गुजरात के पाटीदार अनामत आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को क्राइम ब्रांच ने हिरासत में ले लिया है। हार्दिक के साथ दूसरे पाटीदार नेताओं को भी हिरासत में लिया गया है, वहीं कुछ नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। हार्दिक समेत ये नेता एक दिन की भूख हड़ताल पर निकोल के लिए रवाना होने वाले थे। गौरतलब है कि हार्दिक कई दिनों से हड़ताल की इजाजत न देने पर गुजरात सरकार पर हमला बोल रहे थे।

पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने किसानों के लिए अनशन करने का ऐलान किया था, लेकिन उससे पहले ही क्राइम ब्रांच ने सैकड़ों समर्थकों सहित उन्हें हिरासत में ले लिया है। वे सभी आरक्षण की मांग करते हुए निकोल में एक दिन की भूख हड़ताल करने जा रहे थे। हार्दिक ने शनिवार को ही गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी को एक खुला पत्र लिखकर यह ऐलान किया था।
हार्दिक पटेल ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा है कि उनके करीब 130 से ज्यादा आंदोलनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि उनके घर पर 58 आंदोलनकारी नजरबंद कर दिए गए हैं और पुलिस उनके घर के चारों ओर तैनात है। उन्होंने राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर सवाल करते हुए कहा कि वह उपवास से डरती क्यों है।
आज के एक दिवसीय उपवास आंदोलन को रोकने के लिए अभी तक हमारे १३० से ज़्यादा आंदोलनकारी को गिरफ़्तार किया हैं और मेरे निवास स्थान पर ५८ आंदोलनकारी को नज़रकेद किया हैं।२०० से ज़्यादा पुलिस मेरे निवास के चारों तरफ़ तैनात हैं।भाजपा उपवास आंदोलन से इतना क्यूँ डरती हैं।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) August 19, 2018
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अपने इस अनशन के लिए हार्दिक ने पहले ही अहमदाबाद नगर निगम और अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर से अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई थी। जिसके बावजूद वह अपने समर्थकों के साथ रविवार को काली पट्टी बांध अपना विरोध जताने के लिए वहां भूख हड़ताल पर बैठने वाले थे। इससे पहले पटेल लगातार सरकार पर उन्हें जानबूझकर भूख हड़ताल करने के लिए इजाजत न देने का आरोप लगा रहे थे।