‘BJP ने आंदोलनकारियों को खरीदने के लिए 500 करोड़ का बजट लगाया है, लेकिन गुजरात की जनता इतनी भी सस्ती नहीं है’

0

गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पाटीदार समाज की ओर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को एक के बाद एक दो झटके लगे हैं, जिससे पार्टी बैकफुट पर आ गई है। रविवार (22 अक्टूबर) रात पहले हार्दिक पटेल के करीबी नेता नरेंद्र पटेल ने बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया और फिर अगले दिन यानी सोमवार (23 अक्टूबर) को 15 दिन पहले बीजेपी में शामिल हुए पटेल नेता निखिल सवानी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

(PTI Photo)

इस बीच पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के नेता हार्दिक पटेल ने भी सोमवार को एक के बाद एक ट्वीट कर बीजेपी पर जमकर हमला बोला। हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर लिखा है, ‘गुजरात की जनता इतनी भी सस्ती नहीं है की भाजपा ख़रीद लेंगी!! गुजरात की जनता का अपमान किया जा रहा हैं। गुजरात की जनता अपमान का बदला लेंगी!’

वहीं अपने दूसरे ट्वीट में पटेल ने लिखा है, ‘सत्ता के सामने चला रहे आंदोलनकारी को ख़रीद ने किए BJP ने 500 करोड़ का बजट लगाया हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा की विकास किया है तो ख़रीददारी क्यों!’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा है, ‘भाजपा के सामने में नहीं गुजरात की 6 करोड़ जनता लड़ रही हैं। व्यापारी, किसान, सभी समुदाय और मज़दूर भाजपा की तानाशाही से परेशान हैं।’

बता दें कि इससे पहले सोमवार को पाटीदार नेता निखिल सवानी ने बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा। पाटीदार आंदोलन के दौरान निखिल हार्दिक पटेल के करीबी थे और आरक्षण आंदोलन समिति में सूरत के संयोजक थे। पिछले महीने 26 सितंबर को निखिल सवानी पाटीदार समुदाय के करीब डेढ़ सौ लोगों के साथ बीजेपी में धूमधाम से शामिल हुए थे। लेकिन सोमवार को बीजेपी को तगड़ा झटका देते हुए उन्होंने पार्टी छोड़ दी।

मीडिया से बातचीत करते हुए सवानी ने कहा कि ‘मैंने बीजेपी द्वारा नरेंद्र पटेल को एक करोड़ रुपये के ऑफर की बात सुनी, मैं दुखी हूं। बीजेपी छोड़ रहा हूं।” बता दें कि पटेल ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने उन्हें वरुण पटेल के माध्यम से उसमें शामिल होने पर एक करोड़ रुपये देने का वादा किया था। सवानी ने कहा कि मैं नरेंद्र पटेल को बधाई देता हूं कि वह छोटे परिवार से आते हैं फिर भी उन्होंने 1 करोड़ रुपये स्वीकार नहीं किए।

 

 

Previous articleराकेश अस्थाना होंगे CBI के स्पेशल डायरेक्टर, प्रशांत भूषण ने नियुक्ति को बताया ‘गैरकानूनी’
Next articleचार्जिंग के वक्त फटा रिलायंस जियो का 4G फीचर फोन, कंपनी ने बताया साजिश