पिछले साल एक कश्मीरी युवक फारूख अहमद डार को जीप के बोनेट पर बांधकर चर्चा में आए मेजर नितिन लीतुल गोगोई होटल और लड़की के विवाद मामले में बुरी तरह फंस गए हैं। होटल में महिला से मिलने के मामले में मेजर गोगोई के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। बता दें कि वह श्रीनगर के एक होटल में महिला के साथ मिले थे, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था।

वहीं, मंगलवार को मेजर लीतुल गोगोई का उल्लेख करते हुए सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि नैतिक कदाचार और भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में कड़ाई से निपटा जाएगा। जनरल रावत ने कहा कि मेजर गोगोई के खिलाफ उनके अपराध को देखते हुए कार्रवाई की जाएगी।
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, जनरल रावत ने मेजर गोगोई के संबंध में प्रश्नों का जवाब देते दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने स्पष्ट कहा था कि नैतिक कदाचार और भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में बेहद कड़ाई से निपटा जाएगा। कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ने सिफारिश की है कि हमें कोर्ट मार्शल की कार्यवाही करनी चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘अगर यह नैतिक कदाचार का मामला है तो हम उसी अनुसार कार्रवाई करेंगे, अगर कुछ और मामला है तो सजा उनके किये अपराध के हिसाब से दी जाएगी।’
बता दें कि सेना की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में पिछले महीने मेजर गोगोई को श्रीनगर के एक होटल में एक स्थानीय महिला से दोस्ती करने और उनके कार्यस्थल से दूर रहने के मामले में दोषी ठहराया गया था। मेजर गोगोई को कहासुनी के बाद मई महीने में पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। वह उस समय कथित तौर पर 18 साल की महिला के साथ श्रीनगर के होटल में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
बता दें कि मेजर नितिन लीतुल गोगोई पिछले साल उस समय सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने नौ अप्रैल को श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव में मतदान के दौरान पथराव करने वाले लोगों के खिलाफ ढाल के तौर पर कश्मीर में जीप से एक व्यक्ति को बांधा था। तब जनरल रावत ने तब युवा अधिकारी के कदम का समर्थन किया था और उन्हें आतंकवाद रोधी अभियानों में उनके ‘‘निरंतर प्रयासों’’ के लिए सेना प्रमुख के ‘‘प्रशस्ति पत्र’’ से सम्मानित किया था।