हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अब बहुत जल्द ही गायत्री मंत्र की गूंज सुनाई देने वाली है। ख़बरों के मुताबिक, राज्य सरकार ने स्कूलों में होने वाली सुबह की प्रार्थना में गायत्री मंत्र के पाठ को शामिल करने का फैसला। वहीं, फैसले की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि खट्टर सरकार को गीता से कर्म करने की सीख लेनी चाहिए।

एबीपी न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने बताया कि प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों और अन्य पदाधिकारियों के साथ शुक्रवार को हुई बैठक के बाद इसका फैसला किया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि गायत्री मंत्र हमारे संतों द्वारा दिया गया उपहार है और इस संबंध में मंगलवार को एक अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
वहीं, इस पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि, शिक्षा का स्तर कैसे ऊंचा हो, शिक्षा में नैतिकता कैसे आए, संस्कार कैसे उसमें डाले जाएं, उस नाते से बहुत से विषयों पे शिक्षा विभाग ने विचार किया, उसमें ये सब बातें शामिल हैं।
एबीपी न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, फैसले की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि खट्टर सरकार को गीता से कर्म करने की सीख लेनी चाहिए। बता दें कि, इससे पहले हरियाणा सरकार ने स्कूलों के पाठ्यक्रम में गीता के श्लोकों को शामिल करने का फैसला किया था।
नवभारत टाइम्स की ख़बर के मुताबिक, शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के लिए गाइडलाइन जारी किए हैं कि प्रार्थना की शुरुआत गायत्री मंत्र के साथ की जाएगी, वहीं राष्ट्रगान के साथ ही प्रार्थना खत्म होगी। इस बाबत सभी सरकारी स्कूलों को आदेश भेजे गए हैं। इसमें कहा गया है कि 20 मिनट की प्रार्थना में रोजाना नियमानुसार होगी। अब तक स्कूलों में प्रिंसिपल अपनी सहूलियत के अनुसार अलग-अलग प्रार्थना करवाते हैं।