मौजूदा विश्व कप के लिए अनदेखी किए जाने के बाद भारतीय मध्यक्रम बल्लेबाज अम्बाती रायुडू ने बुधवार को बिना कारण बताए क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया। आंध्र के इस 33 साल के खिलाड़ी को ब्रिटेन में चल रहे विश्व कप के लिए अधिकारिक स्टैंडबाई सूची में रखा गया था, लेकिन आलराउंडर विजय शंकर के चोटिल होने के बाद उसकी अनदेखी की गई। टीम प्रबंधन के जोर देने के बाद सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को भारतीय टीम में शामिल कर लिया गया और पता चला है कि रायुडू इन घटनाओं से काफी निराश हो गए।

भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज और भारतीय जनता पार्टी के सांसद गौतम गंभीर ने बुधवार को अंबाती रायुडू के खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने के बाद एमएसके प्रसाद की अगुआई वाली सिलेक्शन कमिटी को निशाना बनाते हुए कहा कि पांच चयनकर्ताओं ने मिलकर इतने रन नहीं बनाए जितने रायुडू ने अपने करियर में बनाए। मौजूदा आईसीसी विश्व कप के लिए भारतीय टीम से अनदेखी के बाद रायुडू ने बीसीसीआई को लिखे ईमेल में बिना कारण स्पष्ट किए खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की।
गंभीर ने कहा, ‘मेरे अनुसार इस विश्व कप में चयनकर्ताओं ने पूरी तरह से निराश किया। रायुडू का संन्यास लेने का फैसला उनके कारण है और इसके लिए उनकी फैसला करने का कौशल जिम्मेदार है।’ भारत के लिए 58 टेस्ट और 147 वनडे खेलने वाले गंभीर ने चयनकर्ताओं को निशाना बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हुए कहा कि पांच चयनकर्ताओं ने मिलकर उतने रन नहीं बनाए जितने रायुडू ने अपने करियर में बनाए।
अब भारतीय जनता पार्टी के सांसद गंभीर ने कहा, ‘पांच चयनकर्ताओं ने मिलकर उतने रन नहीं बनाए, जितने रायुडू ने अपने करियर में बनाए। उसके संन्यास को लेकर मैं बेहद दुखी हूं। ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल को विश्व कप में चोटिल खिलाड़ियों की जगह चुना गया और रायुडू की जगह अगर कोई और होता तो उसे भी इतना ही बुरा लगता।’
What surprises me most is that the entire @BCCI current selection panel had an unfulfilled career themselves!!!Even then they could not give a fair run to talent like @RayuduAmbati. What a shame!!! While it’s important to win titles, guess it’s more important to have a heart.
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) July 3, 2019
गंभीर ने संन्यास लेने के रायुडू के फैसले को भारतीय क्रिकेट के लिए दुखद लम्हा बताया। इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘उनकी तरह का क्रिकेटर जो आईपीएल और देश के लिए इतना अच्छा खेला हो, तीन शतक और 10 अर्धशतक जड़े हों और इसके बावजूद अगर खिलाड़ी को संन्यास लेना पड़े तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए दुखद क्षण है।’
#India के पूर्व सलामी बल्लेबाज #GautamGambhir ने #AmbatiRayudu को नजरअंदाज किए जाने पर चयनकर्ताओं को आड़े हाथों लिया है। गंभीर ने कहा कि चयनकर्ताओं के कारण ही रायडू ने संन्यास की घोषणा की है।
Photo: IANS pic.twitter.com/9QgxgkInhl
— IANS Tweets (@ians_india) July 3, 2019
रायुडू ने भारत के लिए 55 एकदिवसीय अंतराष्ट्रीय मैचों में 47.05 की औसत से 1694 रन बनाए। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कुछ महीने पहले चौथे नंबर के लिये रायुडू के नाम को तरजीह दी थी लेकिन टूर्नामेंट के लिये चुनी गयी अंतिम टीम में रायुडू की अनदेखी की गयी और शंकर को चुना गया।