कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर फिर से हमला बोलते हुए कहा कि अत्यधिक मुनाफाखोरी को रोकने के लिए पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के अंदर लाया जाएं।
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को नए कर सुधार को अगले चुनाव में लाभ के तौर पर नहीं देखना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ एक देश, सात कर, अनेक फार्म भरने और करदाता की कठोर शक्तियों में सुधार का वक्त। इसे वाकपटुता से परे अच्छा और सरल बनाएं।’’ अनेक ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि मोदी जी ने आर्थिक गिरावट और GST गड़बड़ी को लोगों की परेशानी को दूर करने के चश्मे से देखा होगा न कि अगले चुनाव में लाभ के तौर पर।’’
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 6, 2017
उन्होंने लिखा- “हमारी ख्वाहिश है कि मोदीजी इकोनॉमिक ग्रोथ में आ रही गिरावट को देखें। अपने राजनीतिक हित साधने की बजाय जीएसटी से हो रही कारोबारियों को परेशानी को दूर करने की कोशिश करें। सबसे पहले ऑइल की कीमतों को जीएसटी के तहत लाना होगा ताकि आम आदमी को राहत मिल सके। सरकार को अकेले इससे 2 लाख 73 हजार करोड़ मिल रहे हैं। टेक्सटाइल इंडस्ट्री सबसे ज्यादा जॉब देती है, लेकिन जीएसटी स्ट्राक्चर से यहां पर भी असर पड़ा।
कारोबारी, छोटे और मझोले उद्योग जो कभी लगातार फायदे में रहा करते थे आज घाटे में हैं। एग्रीकल्चर सेक्टर सबसे ज्यादा नुकसान में है। कीटनाशक, फर्टिलाइजर्स, ट्रैक्टर्स, इक्विपमेंट्स और वेयरहाउस बनाना सब जीएसटी के तहत आ गया है। अब वक्त आ गया है कि सरकार “एक देश- सात टैक्स” से आजादी दिलाए। कारोबारियों को ज्यादा फॉर्म भरने का झंझट न हो। टैक्स प्रोसेस को आसान बनाया जाए।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुये उनसे पूछा कि अगर वह अपनी पीठ थपथपा चुके हों तो चीन द्वारा डोकलाम इलाके में सड़क निर्माण की खबरों के बारे में देश को जानकारी दें।