कर्ज के संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है। आतंकी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराने और धन शोधन पर निगरानी रखने वाली वैश्विक निगरानी संस्था ‘फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स’ (FATF) के एशिया-प्रशांत समूह ने पाकिस्तान को ईईएफयूपी (ब्लैक लिस्ट) में डाल दिया है। आस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में आयोजित FATF की एशिया प्रशांत इकाई की बैठक में यह फैसला लिया गया। अभी तक पाकिस्तान एफएटीएफ की ‘ग्रे’ सूची में शामिल था।
एशिया प्रशांत समूह (एपीजे) ने यह भी पाया कि पाकिस्तान ने धन शोधन और आतंकवाद के वित्त पोषण संबंधी 40 अनुपालन मानकों में से 32 का पालन नहीं किया। एफएटीएफ एपीजी बैठक ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में आयोजित की गई थी और दो दिन में करीब सात घंटे से ज्यादा समय तक चर्चा चली।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक भारतीय अधिकारी ने बताया, ‘‘एपीजे ने पाकिस्तान को मानकों पर खरा नहीं उतरने की वजह से ईईएफयू लिस्ट (काली सूची) में डाल दिया।’’ आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराना और धन शोधन के 11 प्रभावी मानकों में से पाकिस्तान 10 में खरा नहीं उतर पाया।
वहीं एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अब पाकिस्तान को अक्टूबर में काली सूची में जाने से बचने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अक्टूबर में एफएटीएफ की 27 बिंदु कार्ययोजना की समय-सीमा समाप्त होती है। दिवालिया होने की कगार पर खड़ी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए यह बहुत बड़ा झटका है। (इंपुट: भाषा के साथ)