उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हिंदी समाचार चैनल के पत्रकार रतन सिंह की हत्या के मामले में बलिया जनपद के फेफना थाना के प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में अबतक छह आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। वहीं, रतन सिंह के परिजनो को राज्य सरकार 10 लाख रूपये की आर्थिक मदद देगी।
रतन सिंह की हत्या के बाद से उनके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिवार के छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी का बुरा हाल है। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि, रतन सिंह की हत्या के बाद से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है।
Journalist Ratan Singh’s family is distraught. He was the sole bread bread winner of his family. How many TV channels will do the debate on the murder of this journalist in UP? (Video: Journalist Gaurav Singh Sengar) pic.twitter.com/myE4MkIZMj
— Rifat Jawaid (@RifatJawaid) August 25, 2020
गौरतलब है कि, बलिया में सोमवार देर शाम सहारा समय न्यूज चैनल के पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वो भाग निकले। घटना के बाद पहुंचे एसपी देवेंद्र नाथ, समेत कई अधिकारी तहकीकात में रात भर जुटे रहे। इस मामले में अभी तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पत्रकार के परिजन को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। बलिया पुलिस अधीक्षक के पीआरओ विवेक पांडेय ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने अब तक 6 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि कई अन्य की तालाश जारी है।
आजमगढ़ के डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि मामले में 10 आरोपी हैं। इनमें कई मुख्य आरोपी गिरफ्तार हो गये हैं। जो फरार हैं उनकी तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि इस घटना में पत्रकारिता से संबंधित कोई बात शामिल नहीं है। यह पूरी तरह से दो पक्षों के बीच जमीन विवाद का मामला है।
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक पत्रकार के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने उनके परिवार को 10 लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इसके अलावा आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए है कि राज्य सरकार और प्रशासन दोनों इनके आगे बेबस नजर आ रहे हैं। राज्य में अपराधी इस कदर बेखौफ हो चुके हैं कि वो घटना को कही भी अंजाम देकर मौके से फरार हो जाते है। हर दिन राज्य के किसी न किसी हिस्से रेप, हत्या, लूट जैसी घनाओं की खबरें सामने आती रहती हैं। विपक्ष लगातार योगी सरकार को घेर रहा और यह मांग कर रहा है कि सीएम बोलने की बजाय प्रदेश में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने पर ध्यान दें।