भारत ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के भीतर हवाई हमले कर कई आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया। भारतीय वायुसेना के जवानों ने एलओसी के पार जाकर आतंकी कैंप पर हमला बोला और उनके कई आतंकवादी कैंपों को ध्वस्त कर दिया है। एयरफोर्स के सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि भारत के लड़ाकू विमानों ने सुबह 3:30 मिनट पर बालाकोट के पास जैश-ए-मोहम्मद के एक कैंप पर हमला करके उसे तबाह कर दिया। इस हमले के बाद इलाके में मौजूद लोगों ने अपने अनुभवों को शेयर करते हुए बताया कि यह आतंकी हमला कितना भयंकर था।
बीबीसी से बात करते हुए जाबा टॉप बालाकोट निवासी मोहम्मद आदिल ने कहा कि, “सुबह तीन बजे का टाइम था, बहुत ख़ौफ़नाक आवाज आई। ऐसा लगा मानो भूकंप आया हो। हम रातभर नहीं सोए। पांच-दस मिनट बाद हमें पता चला कि धमाका हुआ है, जिसने क्षेत्र को हिला दिया। मेरा एक रिश्तेदार घायल हो गया और उसका घर क्षतिग्रस्त हो गया।”
आदिल ने आगे कहा कि, “सुबह हम देखने उस जगह गए जहां धमाके हुए थे, वहां बड़े गड्ढे हो गए थे। कई मकान भी छतिग्रस्त हो गए थे, एक व्यक्ति जख़्मी भी दिखा।”
बालाकोट के एक दूसरे प्रत्यक्षदर्शी वाजिद शाह ने बताया कि उन्होंने भी धमाके की आवाज सुनी। उन्होंने कहा, “हमने जोरदार धमाके सुने, ऐसा लगा जैसे कि कोई राइफ़ल से फ़ायर कर रहा हो। तीन बार धमाके की आवाज़ सुनाई दी, फिर ख़ामोशी छा गई।”
इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि यह भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ गंभीर आक्रामकता है। उन्होंने कहा था, “यह एलओसी का उल्लंघन है और पाकिस्तान को आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार है।”
सरकार के मुताबिक, भारतीय वायु सेना ने मंगलवार को तड़के सीमापार पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद के ठिकाने को निशाना बनाया जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और जिहादी मारे गए। इस अभियान में मारे गए आतंकियों में जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का रिश्तेदार युसूफ अजहर शामिल है। विदेश सचिव विजय गोखले ने मंगलवार को यह जानकारी दी।