39 साल के मैनुअल मैक्रों फ्रांस के सबसे युवा नए राष्ट्रपति होंगे। चुनाव जीतने के बाद मैकरॉन का कहना है कि यह फ्रांस के लिए नए ‘उम्मीदों और विश्वास से भरे’ अध्याय की शुरूआत है। इस जीत ने 39 वर्षीय निवेश बैंकर के राजनीतिक करियर को बहुत बड़ा बना दिया है।
प्राथमिक अनुमान के मुताबिक मैकरॉन 65.5 से 66.1 प्रतिशत के बीच मतों के साथ जीत गए हैं जबकि ले पेन को 33.9 और 34.5 प्रतिशत के बीच वोट मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मैकरॉन ने कहा ‘‘आज रात हमारी लंबे इतिहास के एक नए अध्याय की शुरूआत हो रही है। मैं चाहता हूं कि यह आशा और नए विश्वास का अध्याय हो।’’ चुनाव में मिली हार स्वीकार करते हुए ले पेन ने इसे ‘‘एेतिहासिक परिणाम’’ बताया और मैकरॉन को जीत पर बधाई दी।
एक बयान में ले पेन ने कहा कि उन्होंने मैकरॉन को जीत पर बधाई देने के लिए फोन किया था। उन्होंने मैकरॉन के समक्ष मौजूद ‘‘बड़ी चुनौतियों’’ से निपटने में उनकी ‘‘सफलता’’ की कामना की। गौरतलब है कि राजनीति की दुनिया के लिए तीन साल पहले तक बेहद अनजान चेहरा आज की चुनावी जीत के बाद यूरोप का सबसे शक्तिशाली नेता बनकर उभरा है।
इस जीत के साथ ही अब मैकरॉन के समक्ष फ्रांस और यूरोपीय संघ के राजनीतिक और आर्थिक सुधार का बेहद महत्वकांक्षी और महत्वपूर्ण एजेंडा है। इस चुनाव परिणाम का पूरी दुनिया पर असर होगा। विशेष रूप से ब्रसेल्स और बर्लिन ने आज रात राहत की सांस ली क्योंकि ले पेन की हार के साथ ही उनके यूरोपीय संघ विरोधी और वैश्वीकरण विरोधी अभियानों की हार हो गई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ट्वीट कर मैकरॉन को बधाई देते हुए कहा, ‘‘फ्रांस के अगले राष्ट्रपति के रूप में आज मिली बड़ी जीत पर इमैनुअल मैकरॉन को बधाई. मैं उनके साथ काम करने को लेकर उत्सुक हूं.’’
Congratulations to Emmanuel Macron on his big win today as the next President of France. I look very much forward to working with him!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) May 7, 2017