जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र नेता उमर खालिद पर कुछ अज्ञात लोगों ने सोमवार (13 अगस्त) को संसद भवन के पास कांस्टीट्यूशन क्लब के ठीक बाहर फायरिंग कर दी। हालांकि उन्हें कोई गोली नहीं लगी और वह सकुशल बच गए। वहीं, अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उमर खालिद पर हमले के मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस फिलहाल इनसे पूछताछ कर रही है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों आरोपी वही हैं जिन्होंने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर हमले की जिम्मेदारी ली थी। आरोपियों का नाम दरवेश शाहपुर और नवीन दलाल है और ये झज्जर के रहने वाले हैं। पुलिस वेरीफाई कर रही है कि ये उस घटना में शामिल थे या नहीं। अगर शामिल थे तो इन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बता दें कि, उमर खालिद पर हमले की जिम्मेदारी लेने वाले दो लोगों ने अपने फेसबुक वीडियो में सरेंडर करने का भी एलान किया था, लेकिन सरेंडर नहीं किया था। हमले की जिम्मेदारी का दावा करते समय उन्होंने कहा था कि वे पंजाब के एक गांव में आत्मसमर्पण करेंगे।
#Correction: Delhi Police Special Cell has detained* 2 people in connection with attack on JNU student Umar Khalid by an unidentified gunman outside Delhi's Constitution Club on Aug 13. A video had gone viral in which they had claimed responsibility for the attack: Sources https://t.co/o1VZ4XO2Ho
— ANI (@ANI) August 20, 2018
बता दें कि उमर खालिद पर कुछ अज्ञात लोगों ने सोमवार (13 अगस्त) को संसद भवन के पास कांस्टीट्यूशन क्लब के ठीक बाहर फायरिंग कर दी। हालांकि उन्हें कोई गोली नहीं लगी और वह सकुशल बच गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा है कि जब खालिद क्लब के गेट पर थे तब दो गोलियां चलाई गई। खालिद यहां ‘यूनाइटेड अगेंस्ट हेट’ संगठन के ‘खौफ से आजादी’ नामक एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
समाचार एजेंसी पीटीआई/भाषा के मुताबिक खालिद के साथ कांस्टीट्यूशन क्लब गए सैफी ने कहा, ‘हम चाय पीने गए थे जब तीन लोग हमारी तरफ आए। उनमें से एक ने खालिद को जकड़ लिया जिसका विरोध करते हुए खालिद ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की।’ सैफी ने कहा, ‘गोली चलने की आवाज आने के साथ वहां अव्यवस्था मच गई। लेकिन खालिद घायल नहीं हुए। आरोपियों ने भागते समय एक और गोली चलाई।’
घटना के बाद उमर खालिद ने कहा ‘देश में खौफ का माहौल है और सरकार के खिलाफ बोलने वाले हर व्यक्ति को डराया-धमकाया जा रहा है।’