एक एक्टिविस्ट की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने पूर्व पत्रकार मधु किश्वर के खिलाफ मामला दर्ज किया किया है। मधु किश्वर हाल के दिनों में हिंदुत्व की राजनीति का घोर समर्थक बनकर उभरी है। एक्टिविस्ट और पत्रकार साकेत गोखले ने दिल्ली पुलिस के साइबर सेल विभाग में एक मामला दायर किया है। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया गया कि मधु किश्वर ने पत्रकार रिफत जावेद के एक ट्वीट के जवाब में मुसलमानों के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी की है। जो धारा 153A के तहत ‘संज्ञेय और गैर-जमानती’ अपराध है।

दरअसल, हाल ही में ‘जनता का रिपोर्टर’ के एडिटर इन चीफ और वरिष्ठ पत्रकार रिफत जावेद न्यूज़ 24 टीवी चैनल के एक डिबेट में शामिल हुए थे। इस टीवी डिबेट में उनके साथ भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा भी थे। डिबेट में बहस के दौरान राकेश सिन्हा ने रिफत जावेद को पाकिस्तान का समर्थक बता दिया।
बाद में रिफत ने टीवी डिबेट का वीडियो शेयर करते हुए अपने ट्विटर अटाउंट पर लिखा, “जब राकेश सिन्हा तर्क के साथ मेरी बातों का जवाब नहीं दे सके तो उन्होंने अपनी कोशिश की और परीक्षण किए गए चाल में मुझे पाकिस्तान समर्थक कहा। मुझे उन्हें याद दिलाना पड़ा कि मुसलमानों को देशभक्ति पर उनके प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है! आप यहां पूरा कार्यक्रम देख सकते हैं।”
So when Rakesh Sinha could not reply to my points with logic he indulged in his tried&tested trick—called me pro-Pakistan. I had to firmly remind him that Muslims did not need his certificate on patriotism! You can watch the full programme here. https://t.co/zcBgh3mADP pic.twitter.com/DjJufGoQ6E
— Rifat Jawaid (@RifatJawaid) August 25, 2019
रिफत का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ, उनके इस ट्वीट पर कई यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी। रिफत के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए मधु किश्वर ने लिखा, “हां, मुसलमानों को अपनी साख को साबित करने की आवश्यकता होगी और 1947 के बाद के भारत में ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए प्रमाण पत्र दिया जाना चाहिए, न कि पहले की सदियों की बात करने के लिए।”
Yes, Muslims will need to prove their credentials and deserve certification given their track record in post 1947 India, not to talk of earlier centuries. https://t.co/OBVj6UOLx0
— MadhuPurnima Kishwar (@madhukishwar) August 26, 2019
भारत के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समूह के खिलाफ कट्टरता को सही ठहराते हुए विवादास्पद पूर्व पत्रकार यह ट्वीट उनपर ही भारी पड़ गया। उनके इस ट्वीट के लिए सोशल मीडिया पर कई लोगों ने उनकी तीखी आलोचना की। दिल्ली पुलिस के आयुक्त और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को टैग करते हुए एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने किश्वर के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
साकेत गोखले ने बाद में किश्वर के खिलाफ दिल्ली पुलिस के साइबर सेल में एक लिखित शिकायत दर्ज करवाई। गोखले ने अपने ट्विटर अलाउंट पर शिकायत कि कॉपी शेयर करते हुए लिखा, “मैंने दिल्ली पुलिस में मधु किश्वर के खिलाफ एक लिखित शिकायत दर्ज करवाई है। मेरे पत्र को एक एफआईआर के रूप में माना जाए। सांप्रदायिक घृणा भाषण के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए जो कानून के तहत एक अपराध है। मैं इस पर कायम रहूंगा।”
I've filed a written complaint with Delhi Police against @madhukishwar appealing that my letter be treated as an FIR.
Action MUST be taken against communal hate speech which is a crime under law.
I will keep following up on this.
CC: @CPDelhi, @DCP_CCC_Delhi, @DCPSEastDelhi pic.twitter.com/PSWmkkUADH
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) August 27, 2019