दिल्ली यूनिवर्सिटी के एक 25 साल के छात्र आयुष नौटियाल की अपहरण करने के बाद हत्या कर दी गई गई है। पुलिस ने छात्र के हत्या के आरोप में मृतक के ही एक दोस्त पेशे से डिजाइनर इस्तियाक अली को गिरफ्तार कर केस सुलझा देने का दावा किया है। पुलिस ने बताया कि दोनों हत्या से करीब 8 दिन पहले 22 मार्च को डेटिंग एप के जरिए एक दूसरे से मुलाकात की थी।पहले परिजनों को लगा कि छात्र की हत्या फिरौती के लिए की गई है। यही नहीं, किडनैपर्स ने फिरौती का पैसा लेने के लिए अलग-अलग जगहों पर मृतक के परिजनों को बुलाया भी था। उसने परिजनों से फिरौती में 50 लाख मांगे थे, जिसमें से परिजन 10 लाख रुपये जमा कर पाए। बावजूद इसके, किडनैपर्स ने आयुष की हत्या कर दी।
पुलिस पूछताछ में इस्तियाक ने जो खुलासा किया है, वह काफी हैरान करने वाला है। रिपोर्ट के मुताबिक पेशे से डिजाइनर आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि आयुष ने उसके साथ रिश्ता खत्म करने की धमकी दी थी और इसी की वजह से गुस्से में आकर उसने आयुष की हत्या कर दी।
नवभारत टाइम्स के मुताबिक, इस्तियाक ने बताया कि उसने आयुष को 22 मार्च को ही मार डाला था, लेकिन फिरौती के लिए उसने कहानी गढ़ी और 22 से 27 मार्च के बीच 44 बार आयुष के पिता के फोन पर वॉट्सऐप मेसेज भेजे थे। किडनैपर ने 50 लाख रुपये की फिरौती की कॉल फोन करके नहीं बल्कि वॉट्सऐप पर मेसेज करके मांगी थी। इसके लिए उसने आयुष का ही मोबाइल फोन इस्तेमाल किया था।
छात्र के परिजनों को गुमराह करने और फिरौती के लिए इस्तियाक ने उन्हें अलग-अलग जगह बुलाया। वहीं, पुलिस ने बताया कि आरोपी और आयुष करीब 10 दिन पहले एक डेटिंग ऐप के जरिए संपर्क में आए थे। इस दौरान वे तीन बार मिले थे। 22 मार्च को भी मिले थे, लेकिन किसी बात को लेकर उनमें झगड़ा हुआ और इस्तियाक ने आयुष की हथौड़ा मारकर हत्या कर दी। दूसरी ओर, आयुष के परिजन पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।
परिजनों का आरोप है कि उन्होंने पुलिस को बताया था कि गायब होने से एक दिन पहले 21 मार्च को आयुष द्वारका में खाने-पीने के इंटरनेशनल आउटलेट के भीतर एक अजनबी लड़के के साथ दिखाई दिया था, लेकिन पुलिस ने उस अजनबी को ढूंढने की कोशिश नहीं की। आरोप है कि आयुष की किडनैपिंग को लेकर उन्हें फोन और मेसेज भेजे जा रहे थे, लेकिन पुलिस मेसेज भेजने वाले को नहीं पकड़ पाई।