राजनीतिक दृष्टि से देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) मिली ऐतिहासिक जीत के बाद बसपा प्रमुख मायावती पर अभद्र टिप्पणी करने वाले पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह का सियासी वनवास खत्म हो गया है।

जी हां, भाजपा प्रदेश केशव प्रसाद मौर्य ने दयाशंकर सिंह का निलंबन वापस ले लिया है। यह जानकारी बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने रविवार(12 मार्च) को दी। जल्द ही निष्कासन वापसी का आदेश जारी भी हो जाएगा।
पिछले साल जुलाई में दयाशंकर सिंह की मायावती पर टिप्पणी से सड़क से संसद तक जमकर हंगामा हुआ था। डैमेज कंट्रोल के लिए बीजेपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दयाशंकर को पहले पद से हटाया और फिर छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
वहीं दूसरी ओर दयाशंकर सिंह की भरपाई करने के लिए बीजेपी ने उनकी पत्नी स्वाति सिंह को पहले तो महिला मोर्चा अध्यक्ष बनाया और बाद में ऐन वक्त पर लखनऊ की सरोजिनीनगर सीट से विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार घोषित कर दिया था।
स्वाति सिंह की जीत ने बनाई वापसी की राह
दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से चुनाव जीती हैं। स्वाति ने मुलायम सिंह के भतीजे अनुराग यादव को 34,047 वोटों से पटखनी दी है। इस जीत के बाद से ही उनके पति दयाशंकर सिंह की बीजेपी में वापसी के कयास लगाए जा रहे थे।