पिछले साल एक कश्मीरी युवक फारूख अहमद डार को जीप के बोनेट पर बांधकर चर्चा में आए मेजर नितिन लीतुल गोगोई होटल और लड़की के विवाद मामले में फंसते जा रहे हैं। होटल में महिला से मिलने के मामले में मेजर गोगोई के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। बता दें कि वह श्रीनगर के एक होटल में महिला के साथ मिले थे, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था।
गोगोई के खिलाफ सेना की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक उन्हें कोर्ट आॅफ इंक्वायरी में दोषी पाया गया है। सेना के द्वारा गठित जांच दल ने उन्हें स्थानीय लोगों को आदेश के बिना धमकाने और आॅपरेशनल एरिया में होने के बावजूद ड्यूटी के स्थान से दूर रहने का दोषी पाया है।
Court of Inquiry in respect to Major Leetul Gogoi has ordered to initiate disciplinary action. Court of inquiry has held him accountable for:
fraternizing local insipte of instructions to the contrary and for being away from the place of duty while in operational area pic.twitter.com/9G4lrqFIWE— ANI (@ANI) August 27, 2018
समाचार एजेंसी पीटीआई/भाषा के मुताबिक सेना की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में मेजर लीतुल गोगोई को श्रीनगर के एक होटल में एक स्थानीय महिला से ‘‘मिलने’’ और कार्य स्थल से दूर रहने का दोषी पाया गया है जिससे उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया है। पुलिस ने मई में एक विवाद के बाद गोगोई को हिरासत में लिया था। उस समय वह 18 वर्षीय महिला के साथ श्रीनगर के एक होटल में कथित तौर पर घुसने की कोशिश कर रहे थे।
सूत्रों ने कहा कि पिछले साल कश्मीर में अपनी गाड़ी के बोनट से एक नागरिक को बांधने के फैसले के बाद मानव ढाल विवाद के केंद्र में आए अधिकारी को उनके खिलाफ शुरू कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया में साक्ष्यों का सामना करना पड़ेगा। सूत्रों ने बताया कि अदालत ने उन्हें निर्देशों के विपरीत स्थानीय महिला से ‘‘मेलजोल’’ रखने और एक अभियान वाले इलाके में अपने कार्य स्थल से दूर रहने का जिम्मेदार ठहराया।
सूत्रों ने बताया कि सीओआई ने इस महीने की शुरुआत में संबंधित प्राधिकरण को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी जिसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू की गई। सेना ने 23 मई की घटना के बाद सीओआई के आदेश दिए थे। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पहलगाम में कहा था कि अगर गोगोई को ‘‘किसी भी अपराध’’ में दोषी पाया जाता है तो कठोर सजा दी जाएगी।
गोगोई पिछले साल उस समय सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने नौ अप्रैल को श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव में मतदान के दौरान पथराव करने वाले लोगों के खिलाफ ढाल के तौर पर कश्मीर में जीप से एक व्यक्ति को बांधा था। रावत ने तब युवा अधिकारी के कदम का समर्थन किया था और उन्हें आतंकवाद रोधी अभियानों में उनके ‘‘निरंतर प्रयासों’’ के लिए सेना प्रमुख के ‘‘प्रशस्ति पत्र’’ से सम्मानित किया था।