भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) शासित राज्य झारखंड की राजधानी रांची में पिछले कुछ दिनों से दो-तीन घटनाओं को लेकर सांप्रदायिक हिंसा का माहौल बना हुआ है।
फर्स्ट पोस्ट.कॉम की खबर के मुताबिक, 10 जून को शहर के हिंदपिरी इलाके के मेन रोड पर स्थित भीड़-भाड़ वाले ईद-बाजार में मौजूद भीड़ का उस ग्रुप से झगड़ा हो गया, जो मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर बाइक रैली निकालकर जश्न मना रहे थे। एक बाइक की किसी महिला से टक्कर हो जाने के बाद झगड़ा शुरू हुआ।
फर्स्ट पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर इस संबंध में ताबड़तोड़ पोस्ट डाले जाने और किसी धर्मगुरु की मौत की अफवाह फैलने के कारण मामला गरमा गया। इस इलाके में तकरीबन 4 घंटे तक सांप्रदायिक रूप से उथल-पुथल वाला माहौल बना रहा। बाद में उसी दिन शाम को मदरसा से लौटते वक्त नगड़ी में (शहरी का बाहरी इलाका) एक संप्रदाय के दो धर्मगुरुओं पर हमला किया गया और उन्हें कथित तौर पर खास ‘देवता’ का नाम बोलने पर मजबूर किया गया, जिससे सांप्रदायिक माहौल और गरमा गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी पूरे इलाके में तनाव का माहौल बरकरार है और इलाके में 100 से भी ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसी दौरान एक मंदिर में प्रतिबंधित मीट पाए जाने की अफवाह फैलने के बाद दो समूहों के बीच पथराव की दो घटनाएं भी हुईं।
वहीं, दूसरी ओर रांची में एक मुस्लिम धर्मगुरु की पिटाई का मामला सामने आया। पीड़ित के अनुसार अज्ञात हमलावरों ने उसे जबर्दस्ती ‘जय श्री राम’ बोलने को कहा फिर और पिटाई कर दी।
मारपीट का शिकार हुए मौलाना के पिता ने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा कि, ‘शाम के वक्त नमाज अदा करने के बाद घर लौटते वक्त कुछ लोगों ने मेरे बेटे पर हमला कर दिया। हमलावरों ने उसे जबर्दस्ती ‘जय श्री राम’ बोलने को कहा फिर और पिटाई कर दी। मैं सभी लोगों से शांति बनाए रखने और कानून को अपने हाथों मे नहीं लेने की अपील करता हूं।’
Ranchi: Muslim cleric thrashed by unidentified miscreants. Father says, "While returning home from evening prayers some people attacked him. He was asked to chant 'Jai Shri Ram'.He has been hospitalised. I request everyone to maintain peace and not take law in hands." #Jharkhand pic.twitter.com/5rosBfGKJq
— ANI (@ANI) June 13, 2018